पृष्ठ:हिंदू राज्यतंत्र.djvu/६४

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उस मूल निबंध में भी दे दिए गए थे जो प्रस्तुत पुस्तक के नाम के शीर्षक में प्रकाशित हुआ था। अब मेरे पास कुछ ऐसी नई सामग्री भी आ गई है जिससे इन दोनों शब्दों के महत्व पर और भी प्रकाश पड़ता है। ६२०. पहले यह जान लेना आवश्यक है कि गण शब्द का ठीक ठीक अर्थ क्या है। गण का मुख्य अर्थ है-समूह, और इसलिये गण-राज्य का अर्थ होगा-समूह गण शब्द का महत्व के द्वारा संचालित राज्य अथवा बहुत से लोगों के द्वारा होनेवाला शासन। यहाँ बौद्धों के धर्मग्रंथों से हमे सहायता मिलती है। बुद्ध भगवान से पूछा गया था कि भिक्खुप्रो की संख्या किस प्रकार जानी जाय । 'जो भिक्खु भिक्षा के लिये गए थे, उनसे उस समय लोगों ने पूछा था कि महाराज कुल कितने भिक्खु हैं।' 'भिक्खुनों ने उत्तर दिया-भाई यह तो हम नहीं जानते।' 'इससे लोग बहुत चितित हुए। उन्होंने यह वात भग- वान् बुद्ध से कही। बुद्ध ने यह व्यवस्था की कि उपोसथ के दिन सब भाइयों की गणना होगी; और यह गणना गण के ढंग पर अथवा मता- धिकारपत्र एकत्र करके की जाया करे। माडर्न रिव्यू, कलकत्ता, १६१३ । महावग्ग, २, १८. देखो S. B. E. XIII के पृ० २६६ में हीस डेविड्स और श्रोल्डेनवर्ग का किया हुप्रा अनुवाद ।