पृष्ठ:हिंदू राज्यतंत्र.djvu/६८

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( ३७ ) थे, जिस प्रकार किसी राजा या सार्वजनिक नागरिक संस्था के होते थे। ६२२. मॉनियर विलियम्स के संस्कृत-अँगरेजी कोष मे गण शब्द का एक गलत अर्थ दिया गया है जिसके कारण संस्कृत साहित्य के अनेक आधुनिक विद्वानों को गण के संबंध में बहुत धोखा हुआ है। मॉनियर विलि- इंग्लैंड से मतभेद यम्स ने इस शब्द के अँगरेजी अनुवाद मे अँगरेजी का 'Tribe' शब्द दिया है। गुप्त वंश के शिला- लेखों का जो अनुवाद डा० फ्लीट ने किया है, उसमें उन लेखों मे आए हुए मालव गण के संबंध में उन्होंने उसका यही अर्थ लिया है। जब इस शब्द का मेरा किया हुआ अर्थ प्रका- शित हुआ, तब भारतीय भाषाओं के सर्वश्रेष्ठ विद्वान् इंग्लैंड- निवासी डा० एफ० डब्ल्यू. थामस ने लोगों को सुझाया कि गण शब्द का "Tribe' वाला अर्थ अब लोगों को छोड़ देना चाहिए। और जब डा० फ्लीट ने आग्रहपूर्वक कहा कि इस शब्द का मेरा किया हुआ 'Tribe' अनुवाद ही ठीक है, डा० थामस ने उनसे कहा कि आप कहीं संस्कृत साहित्य इस शब्द का व्यवहार इस अर्थ में दिखलाइए । पर डा. फ्लीट को अपने कथन के समर्थन में रघुवंश और महाभारत के हाल के छपे हुए अँगरेजी अनुवादों के अतिरिक्त और कोई आधार ही न मिला। डा० थामस ने उनका ध्यान इस बात की ओर आकृष्ट किया कि सेंटपिटर्सवर्गवाले कोष तथा कुछ आधु- तब