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पृष्ठ:हितोपदेश.djvu/९३

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हितोपदेश चाहिए। अन्यथा वही हाल होता है जो कौए के साथ चलने और रहने से हंस का और बटेर का हुआ। राजा : वह कैसे? तोता बोला : मुनो महाराज ! . !