पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/२२१

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लांट ड। . IA जमीनों का सत्व मिव भिव प्यष्टियों पर है। स कर रन मोगोने कोन का था मोद मा पमित पोर गाय भैसो को घरानेकी जमीन माधारण नामक स्थान में जाटोंने एक गानय दुर्ग धमाया .. मम्पति ममझी जाती है। इनमें किमी एक प्यधिक गानिस्तान भी झाटीको धम्ती है। यहाँ ये गुती नाम यहरने पनुमार कोई काम नहीं होता। बलिक गायक प्रधान प्रधान प्यति मिन कर ममम्त कार्यों का निर्यात फररी पायनिक मराजराजाको तरह पहले राजपूता. के मामि माघारम्ह सन्द प्रालित या। इन मामि विधवापीको विवाद प्रतित है। जाटगप भिव भित्र गापापो में यिमत है। ये पपनो यगोके मिया पन्यान्य गापामों में विवाह सम्बन्ध करते हैं। क्षपि. प्ययमायी आटीको सांया पलायमें हो पधिक पाई जातो है । पनामी मापा मार, जमींदारी पौर कपक ये तीनों गम्द एकार्यवोधकाटाड प्रादितिक्षामा तामों के मतमे-महाराज रणजितसिंहने जाटयगमें जगा लिया था। पायोदीयंग माटगण पानीपत पीर मुनपत नामक म्यामि रहते हैं, इनकी मानिक उपाधि है। इसीलिए ये लोग यगगौरयमे पपर्ने पम्य जाटोंमे Jछ वतनात । नाय कायगन्धय तथा गहापौर यमुना निकट दत्तामाममि भनेक माटीका वास, जिनकी भाषा पन्य माहियो मे भिजेल प्रदेश के जमींदार जाट. जाट शानि पंगझे। ये कही जाति समय पागमा समलित परिचित है। बाटो में ममोका धर्म एक मी- को कर पेल पर मयार है। सतरी लाटीको पाधी हिन्दू युट मुमनमान पोर कुछ नियमको पाना है। मंगो सलवार लिए यन पर मपार हुए आने देखा है। पनाबर बाटोका सम्मन्धी नियमान निरोप विधाम . जारगप कापगमय प्रदेग बहुत दिनों में रहते ही था, मोलिए मामा मामकने उन माम. समनिए बताने में यह पादिम अधियामी यत, मिधर्म में दीक्षित कर लिया था। माया। नाट गप की मी ,२ भूमि पर्पपके २ पतरका गामा, ओ रंगोर या पाना मिए महती मामे सपो बमोन पर अधिकार भगातार देयो। २। पीके झा माय गजपूताना नाकामानि (म.पु.१ पटोमनमा वामको मता मामिगत शिष देशम पाता है। विगंध रतना मि ( मो.) दनाम'.. वाम रहिये दोनो जातियों की पच पाम, गोको जातिकाएक पद जिम मीमा हो। परती। THAमा मिरा भाटगन मामी पोराटानिशा (मो.) मागनुपर मायात बाम मोर पमान माहसी और योहा की एक मामा माम। दुनिया भर कम से पाये जात शार्टीको गोरबाटारि(पु.) पर प्रसार .. नामा दो.एक शिकार पुनम पाता 2002 माम। दधिशाररिया पाशा नाम दम बाटिकामन ( पु.) हरिशा नाम ..