पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/२६३

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२३० मोपान मूंगा. सत्यर प्रादि जापान के समुद्रमें पाये जाते हैं। एक | में चावलसे एक प्रकारको प्रच्छी शराब बनाई जाती है । प्रकारका बड़ा सीप भी पाया जाता है जिसमें डाडो जिसका नाम 'साकि' रक्ला गया है। मियाको शहरमें . लगाकर चमचा बनाते हैं। · प्रधान धर्म याजक रहते हैं, जो साधारणतः 'दैरि' नामसे जापानमें सोना, चांदी, तांबा, लोहा और टोन 'स्थात हैं। इस शहरके पसिम भागमें पत्थरका घना सन्न होती है, किन्तु तांबवा ही अधिक परिमाणमें पाया हुआ एक प्राचीन दुर्ग है। दैदससे जापानी एक जाता है। सम्राट को सम्मतिके बिना मोनेको खान | प्रकारको शराव तैयार करते जिसे "सय" कहते हैं। ' नहीं खोदी जा मकती। जिस प्रदेश में सोनिकी खान जापानमें तरह तरहक उद्भिद पौर फल देखे जाते . थावित होती है, उस प्रदेश शासनकर्ता इसका है; जो देखनेमें अत्यन्त मनोहर है। पोसाका शहरमें । कुछ अंग सम्राट को देते हैं और शेष अपने दखलमें मिव भित्र प्रकारके फल मिलते हैं। उद्यान और धर्म- रखते हैं। बहुत वर्ष व्यतीत हुए, एक पर्वतके गिर मन्दिरके चारों ओर बहुत यनसे फलके पौधे रोपे जाते . जानसे एक सोनेकी खान निकली है। पहले जापानी | अत्यन्त प्रसभ्य थे, कई एक मोनेको कान खोदते समय जापानी चरित्रका वैशिष्टप- जापानियोंके जोड़की हरि हो जानके कारण उन्होंने इसे ईखरका अनभिप्रेत खुशदिल जाति दुनिया में दूसरी नहीं है। प्रथिवी में सर्वत्र । समझ कर हानका खोदना छोड़ दिया था । बिडो प्रदेश ही ये अपनी इसोको मुहमें लिए फिरते हैं। जीवनके की टोन, चांदीसो सफेद होतो है। जापानके लोग लोहे छोटे छोटे प्राघात उनके धैर्य को नष्ट नहीं कर सकते। को बहुमूल्य समझ कर अस्त्रशस्त्र और बरतन प्रादि ! हाँ, इतना अवश्य है कि किशोर जब पहले पहल योयन में तविक बनाते हैं। यहाँ एक प्रकारको सुन्दर मही पायी। पदापण करता है तब उसके हृदय में सामयिक दुःखका नाती जिसे 'चीना मट्टी' कहते हैं। इस महीसे अच्छे कुछ अधिकार हो जाता है; किन्तु वह अधिक समय अच्छे बरतन तैयार होते हैं। तक ठहर नहीं सकता, शीघ्र हो अपना गस्ता पकड़ता जापानके नगर और ग्रामों में बहुत मनुष्योंका वास है। वे यह समझ कर कि, जीवनको समस्यायोंकी है। यहाँके छोटे छोटे शहरों में भी ५.. घर बसते हैं। कोई पूर्ति नहीं कर सकता, निश्चिन्तचित्तमें पपना और बड़े शहरमें २००० से अधिक घर हैं । यहाँके प्राय: जीवन बिताते हैं। मभी मकान दुमजले है और प्रत्ये कमें बहुत मनुर्थीका ____उच्च विद्याशिना और अपने जीवन निर्वाह लिए .. वास है। अधिकांश जापानी युवक कायिक परियम द्वारा पर्य जापान साम्राज्यका 'किलसिउ' दीप अत्यन्त उबरा ध्यान करते हैं। इनका धैर्य प्रसाधारण है -किमो है और यहां कई जगह खेती होतो हैं। भी कार्य मे ये विरत नहीं होते । परन्तु यदि इन्हें इदमे __'निफन'का घोड़ा ही भाग प्रमुवर है। यहाका | न्यादा तग किया जाय, तो ये बहुत खफा हो जाते है। शिल्पकार्य अत्यन्त उत्कष्ट है। मिमनमे कि, पोसाका, फिर उनको शान्त करना कठिन हो जाता है। ये लोग 'मियाको, कोयानो और जेडो ये निफनके प्रधान शहर | अपने देश के लिए सर्वस्व लुटा मकते है-जोवन तक है। पोसाका बापिन्यका प्रधान स्थान है। यहां बहुत-.देसकते हैं। यूरोपके सोडफ नामक प्राचोन दार्शनिक मी मदियां प्रवाहित हैं और प्रत्येक नदीक ऊपर अच्छे जिस प्रकार प्रविचलितचित्तमे सब कष्टोंको महते थे, . अच्छे पुल पास गहरकी सड़कें ज्यादा चौड़ी, जापामो भी उसी प्रकार कष्टोको सह लेते है। .. नहीं है, किन्तु हमेशा माफ रहतो हैं। यहाँके घर मो| जापानी लोग इस तरह पेश पाते हैं कि विदेगी . . काठ मोर उममें चूने पोर मिटोका लेप है। लोग सहन ही उन पर मुग्ध हो जाते हैं। इन लोगों की .. यहाँक लोग पधिक धनो है। मापानी पोसाका गहरको सभ्यताका मर्व प्रधान पादर्श यह है कि ये अपना . प्रमोद भवन मानते हैं। रस शहरके पास ही एफ स्थान- | दुखड़ा रो कर किसी उदय पर 'भार नहीं लादते। .