पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/३०८

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

जालन्धर-नालवन्दः और साझाध्यमात विद्यालयोंकी मस्या १५७ है। इसके / कहा जाता है कि मामउदीम के प्रतिनिधितोष करिम पसिरित और कई एक छोटे छोटे विद्यालय राज पने उस मगयको निर्मान किया था। कर वसूल करने लिये प्रत्येक जिम्ना ४ तहसील पौर मानन्धर प्रायः १००२५ नोगों का पाम है। ८ थानों में बंटा है। यहां पमेरिका सटिरियर सम्प्रदायका एक कम . जालन्धर प्रदेशको जनवायु उतना स्वास्थ्य कर नहीं। पोर न पादरोशा एक बालिका विद्यालय भी है। इस है। यह प्रतियपं कममे कम २६४८ इस वर्षा होती। शहरमें एक दष्ट्रि पायम ! मम येणो हरिद्र है। मलेरिया बरका प्रकोप भी यहां अधिक है जिम- महायता पाते हैं। गहरमे । मोन दूर मैग्रावाम से प्रतिवर्ष बहुत मनुष्य मरते हैं। यहाँके प्रायः पधिकांग | सो १८४५० स्यारित दुपा था। इस मैन्यायामशा अधिवासी ही पेटको धीमारोसे पीड़ित रहते हैं। भूपरिमाण o वर्गमोन है। मानन्धर दुर्ग एक दम ३ नालन्धर जिम्न के उत्तर तहसील । यह पता. युरोपोय पदाहिक, एक दम गोमादार पौर एक दम २९१२ में ९३७उ० और देशा० ७५ ४८ में देगोय पदातिक मेन्य है। पस्थित है। इस तहमोलमें करतारपुर पोर पला. यह एक पोठस्पाम है। यहां भगवती का पामम्तन .वनपुर नामक दो शहर भोर ४०८ गांव लगते हैं। यहां । गिर पड़ा था। भगय तोको विममुग्यो मूति मो स्थान मुसलमानोंकी संख्या अधिक है। यहांका भूपरिमाण | पर विराजिता (देनीमा on) ३८१ वगमील और लोकसंख्या प्राय: ३०५८७६ है। ५ प्रानन्धर देशवामी. आनन्धरके रनियाले । (देय. गहू, सेल. जी. चार, घना, रुई, सन, धान, ईद पीर । विगेप एक दानवका माम । तरह तरह के उनिद उपजत है। इस तहसीलका गामन• "पुगजासम्बर २ मावि परिपन। कार्य चलाने के लिये एक छोटी पदालतक जम, एक पार्दागरस्प बात गष्टा होतात. तहमीलदार, २ मुन्सफ पीर अवैतनिक मजिट है। ( गो .) इम तहमोलक पधीन ४ थाना है जिनमें १४४ स्थायी | अपिषिशेप, एक कृषिका नाम । पुस्लिम कर्मचारो पौर ३०४ चौकीदार रपे जाते हैं। जालन्धरायम (म.पु.) जमन्धरका यंया । ४ पनाम प्रदेश के जालन्धर जिले का प्रधान मदर ।। जालन्धर (म.पु.) एक प्रायोम देशका माम । या प्रना• ३१२०७० पोर देगा• ७५ ३५ पृ०॥ | जाम्सपाद (मं. पु. ) जाममिय पादौ यम्य । । नाथ बेटी और ग्राउ टूक रोड पर स्थित मका माम पानेयाना महापातको ममझा जाता है, है। रेलले गम्तेमे यह शहर कलकत मे १८. मोल पाने पर यदि प्रापित म किया जाय तो पातिय दोष अपांग १२४७ मीत और, करायोमे ८१६ मील दूर । मगता। पड़ता है। __" पारावत और मुश्या पाशा पटेल।" (गी) मानन्धर पहने कतोय के राजपूत राजापाको गनजामपाट (म. पु.) मानमिव पादोय। । धामोगा। चोनपरिवाजक युएनयाने निसाकि ] २ गरारिपची। एयरपण या पयो जिम की दम गहरकी परिधि प्राय:२ मीन है। यह दो प्रत्यन्त | संगलिया जानदार मितीसे टकोना गया-मिन्य. माधोन मगेवरागमोड माहिममाने यह स्थान घोट मौन प्रति। जनपदविगेप. एक प्राचीन मुमतमान प्रधान किया। मुगल राजापों गामन । देगका माम| भावामि शपिएक गिपहा माम। काल मगर गौर विधामा मदा मध्यवा जाममाया (में. मी.) जामम्य प्रायो बाए या, दुपायको राजधानो यो। यो दोबारमे पर एक बमो.। मोहमय पारसियो, बाप, मंगोया। एक भिव भिव मदन। गरम एक या दो मोनको नाम ( .) एक प्रकारचा भोपा। मम दूरी पर बहुतसी बस्तियां पोर एक सुन्दर मराय। नामको सारी मो सेतो। Vol. VILL69