पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/४२५

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शुमा- नुमिया मग नुमा (का.पु.) शमवार । । पेंठमें ( १८३८ ) माय: १५.०१ कामदार शुमामाजिद (पपी) १ मुमनमानों को यह ममजिद कर बनाई गई है। पोरेसने पनेक बहाये जिममें शुक्रवार के दिन दोपहरको नमाज पढ़ते हैं। गये हैं। इसममपिदफा उयामनाया • पुट मा ... २ दिनों गारमें स्थित मुमतमानों का एक प्रमिक उग्रा भोर नीम फुट चौड़ा है। पूना मुसनमानको गना। भारतवर्ष में मुमतमानकी जितनी मसजिद | या मामाजिक ममायें इसी ममजिदमें होती है। १, उन ममगे यह देनेम सम्दर और बड़ी है। याद अमिया मग-शामके पन्नगन बांग्राम के पनी पर मा गाजहानने यह माजिद दानास रुपये पर्च फर | रहनेवालो मा जाति । इनको विगा या यया का . ५ यर्प में बनयाई यो। इम मजिद मामने पोर वनों है। इसका बोर भो एक नाम थियोया (पर्यात गो. तरफ चो प्रगम्त पोर सय पत्यरमे बनी दुई तोम सनय) । यह जाति पन्द्रह मम्मदायों में विभा. मोपानयंगियो है। इन तीनों मोपानये गियों का उन विभागों के अधिकांग नाम महे यामस्थान पामसे मामजिद मुशात् प्राणमें पहुंच मकरी है। प्राङ्गणार मदियों के नामानुमार हुए हैं। ठीय बाधम एया पामोका होज़ भी है। इसके पानोमे / ये सभी छोटे छोटे गांव में रोजा पर्यात ग्राRASA मम माघ पर धो कर ममजिदमें जाते। प्राङ्गणमे के अधीन रहते है। यह रोमा रामख पादि वसूम । पथिमको तरफ उपाममाग्रह ( मसजिद ) हे और वाको करता है। कर्णफ लो नदोके दक्षिणस्य सुमिया मा: की तीनों दिगाएं सदस्य प्रकोष्ठमानामे मन कम है। मोरयी बन्दावन नियासो घोहमा नामक एक सदर. . . उपामनारह तीन प्रकाराइ गुम्बा मोर बहुत सुन्दर ! के प्रपौम है। उम नदी के उत्तरको तरफ रहनेवाले प्रामामि सुशोभित है। इनमे दो प्राकार तो बहुत मगराजाको पपमा पधिपति मानते हैं। नियमित यो और मनोपराइम स्थान उपासना के लिए सच | रामलके अलावा बड़ी समझे जुमिया गदारले पादेगा। भो युनाया जाता है। ममजिदका भोतो भाग पदम मुमार वर्ष में तीन दिन विना न लिए उनका काम '. यापर्य दिन या किमो उसय के दिन यहां प्रमग्य | कर देते हैं। इसके मिवा मरको गेमम सन्या मामें गुमनमान एक होते है। पहले फस्त का प्रमान पादिको भेट दो भागी।। ३ विजयपुर नगरको एक ममजिद । दाक्षिणात्य | रोजागा मिफ कर बसून करते हैं, ऐसा नहीं, पुनिया भाम यर ममप्रित सममे बड़ो है। कहा जाता है कि माममे उन को बिगे। प्रतिडा भी। . . १५३०१.म पहने अम्मी प्रादिलगाइने इमे यनयाना नको शारीरिक माति रखियो ( रमा) Rits किया था। परन्तु म पायौ राजा भो हमको महश है। दोनों में है। मोरनीय पालतिका पालाम रिपोर पन्यान्य पंग नहीं बनया मके। यह मस | पाया जाता है। उनकी गठम पर्व, मुख FIER शिव चारी पोर. ३० फुट संघो प्राचीर हारा वेरित पीर और चपटा, गायि चो, मामिका पाटो घोर पा. भगरमे पूर्वी सरफ पयस्थित मका प्रमग तोल साध रेटोपनकी दादी या मु भीना। हार पूर्व दिगार, किन्तु सरकार को अधिक व्यय नको पोगा पापरहिस है। पुप पपने । गोमा। १९८र पं. ममाट् पोरीवर्ग विजय परमो जुनी धोती और पानी परमी । समाको जोन कर रमा पुगबनयाया था। मनो मोगामी या पदिया तो कई पनी । । माजिद एक गिनानेरा मोजिम पढ़नेने मान ये पिर पर पगढ़ी गांधी पर प्रसार करा भोलि १५५१ गुनदान माग्नद पाटिनमामि बातो पर एक विनम्न घोड़ा कपडा aurat में रम पम नागीका काम कराया था। परमे पशगरपापहनती भी पुरुष दोमी .. मागार मार पाटनीठ पर मौन नदिौकी मियां, पर और पशि पाम । ४ागमती एनिमगारद.या दिनी! मोमिया मियाधी कमी पगानिस