पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/५१५

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१६२ नर्म हामंध्या गाडा मा माय गिमा त एकता, पुत्र का परमाताई परिमाप निको को पाम बीमारी काय वन्य चार प्रकार : सहते समोर उन प्रदेशकश लोय माग fne मामः . -प्रतिमा यिभिषय, अनुभागवन्य पौर, प्रदेश पपया) नमे प्रशसिन्ध पोर प्रदेश योगी मिमिम __ प्रतिभाशेने गेनोमका प्रभाष : तया स्थिरपन्च पोर पनुभागमय फया (ोध, मात्र करपा पर धीमो माय मोला। गर्मि पाठ । माया, मोम के निवितकोता। इन योग पोर प्रकार गमायो माया रमौका पहना प्रक्षतिमध है। कपायोको सीमाधिकता के पनुमार पन्ध भी मार र पार1-11) मामाधाम, (२) गनावरण, () होता। यहां पर प्रय घट सकता है कि मेजर येटीय, (४) मोनोग, (५) पाय, (0) नाम (0) गोन। पदार्य । चोर पामा चेतग; फिर जद पदार्य पाया पोर (6) पागया नर्मम मानायराको प्रकृति पत्रमा प्रभाव मे समता किन्तु मा ARIYA (गमाय) पामार शाम को पामवादित करनी है। पहले कर मुझे कि, पोयधादिको तर यदि दर्गभानरपाकी प्रमनि पामा दर्गन अर्थात् शान। भो पपूर्व गहिरो र घोर उम गति से चारा मामान्य पथमोकनाप पंगको पानादित करती हैं। पामाको सप दुःख दिया करते । यटनीयको प्रति पारमा माय मुत्पन्न करती है। उपयुमन पाठ प्रक्षसिया मून प्रजाति कमाती है। मोहनीय गम को प्रकशि मा पाटिको मासि मोठ । जनमेमे प्रथम प्रानावरण प्रकृति के पांच पद-(१) छपरतीपारकर्मको प्रक्षति पानाको फिमो मतिनानायर, (२) गुसलानावर, (३) पधिमामा. भी गगेम नियत ममम सरोदरपनो नामफर्म परण, (४) मनःपर्ययमामायण पोर (५) केवमनाना की प्रति माला लिए नाना प्रकार गरीर और धरण। पापरण परदे पा पादको करते हैं। शिm महोपानादिको सपना करतो।। गोयकम की प्रति प्रकार किमी मूर्ति पर कपड़े का परदा डाल देनमें 81 पामागो उस गोप हनमें उपत करती है। पौर। पाकार नी दीखता, उमी प्रकार भामाम लो fe. पनाराय फम पामार गोय, दान, नाम, भोग पोर वह जानायरणाकर्म पामे टको रहने के बारप प्रकर उपयोगी विपदावामी मशति यता। कम नही हो मकती। यद्यपि मनिशानायरण पोर गुम इस प्रकार भाव सोने को प्रशतिशय की शानायरपकर्म के किचित् पयोपगमगे ममो सीमि पियार पाठ मकानो कर्म प्रहसिया थोड़ा मत मान रहता है. किन्तु वायो माital जिस शान र पाभाई पटेगा मान मविर रंगी पासा प्रकार के कर्म मा माघिसमे हार पर्याद शिलने ममय पपने समायको नहीं होगी, जो कम मसिवानको पाचादित रगता ५. में गति उत्तने कामको मर्यादा शिममे परमो तो यिसिन्ध मानावरकम करते है। जिस काम हते । म -- निम प्रकार , me, पासादित रा . हमका नाम समानापाप। म पादिम गोड़ा पोर नरम होता. प्रमो भयभिमानको पानादित रपमेवा, कर्म की hr REET मा सोनाम पोर मन्दम (म) सामावाप या । सो फर्म HAIRaran देनको जिनोमो म मशिक्षा मा पनुभाग पाचवादन कर समका नाम मनःपर्य यामागार और पHATREEN ant-m पा RETS! निम हमारामधाम प्रगट सीमा में afe पाम मि RAMEER HIT मामागा,फर्म । (मार ग. पाच सेना ATHIARArial परिमन पादिपाव भामा म पागे "HRI और (1)Rignituti नय" गोवंश होंगे। (orig. . ) i.मी महार मानिए --- amarurn-Med