मुद्रातत्त्व (पाश्चास) मासेलियाके मुद्रातत्त्वमें बहुतसे रहस्य आविष्कृत | नारफोक आदि स्थानोंमे यह प्रचारित हुई। हुए हैं। मासेलिया वा वर्तमान मासेलिस ईसाजन्मके केम्ब्रिज, हारिटण्डन, धेडफोर्ड, वहिम, अक्सफोर्ड, ६०० वर्ष पहले फिनिकियोंका प्रधान वाणिज्य-अन्दर था। ग्लष्टर और समरसेट आदि विभागोंमें भी धोरे धीरे एम्वोरिया नामक इसका एक उपनिवेश था। इन दोनों मुद्राका प्रचार हुआ । ब्रिटेनकी प्राचीन स्वर्णमुद्रा स्थानों में मासिलियाको बहुत-सी मुद्राएं पाई गई हैं। माकिदनपति फिलिपकी मुद्रा जैसी है। १ली सदी में उनमेंसे कुछ फोनि और 'ओवल' ( Obal) मुद्राको पहले पहल ब्रिटेनमें अक्षरालंकृत मुद्रा प्रचलित हुई। तरह थी: माकिदनाधिपति फिलिपके शासनकालकी पीछे चांदी, पीतल और टीनकी मुद्रा भो चलने लगी। मासिलियाकी मुद्राएं बहुत सुन्दर और शिल्पयुक्त थीं। ब्रिटेनके निकटवर्ती द्वोपोंमें विलन ( Billon ) नामक इन सब मुद्राओंके सम्मुख भाग पर अलिभके पत्तोंसे पक मिश्र धातुनिर्मित प्राचीन मुद्रा देखनेमें आती है। ढका हुआ आरमिसका मस्तक है। किसी मुद्रामें यह गालदेशको मुद्राके ढंग पर बनी हुई है। अक्षरयुक अलिम-शाखासे अलंकृत इकिसस देवीकी प्रतिमूर्ति किसी मुद्रा पर मिरुलेलियम नगरका उल्लेख देखा जाता शोभ रही है। है। प्राचीन ब्रिटेनके अधिपति कमियस ( Commius) ___ गालवासी वर्वरोंने प्रोस और रोमके सोने चांदी का नाम मुद्रा पर अङ्कित है। अनक्यरा ( Ancyra ) लूट कर उनसे नाना प्रकारकी मुद्रा बनाई थी। ये सब | अक्षरमें उत्कीर्ण दुवनोभेलानसका उल्लेख है। क्युनो- मुद्रा ग्रीक-प्रणालीका अपकृष्ट अनुकरणमात्र है। इनमें | वेलिनसका नाम और बहुत सी मुद्रा पर सेक्सपियर जिन सव स्वर्णमुद्रा पर दुर्भाग्य भासिलिटोरिक्स वर्णित सिम्बेलीन ( Gymbelin , तथा उनके भाई ( Vercingitorix )की प्रतिमूर्ति अङ्कित है उनसे अनेक पाटिकस और उनके पिता टासियोभानसका नाम ऐतिहासिक-तत्त्व मालूम हुए हैं। किसी किसी रौप्य- किसी किसी मुद्रामें पाया जाता है। टासियोभानसने मुद्रा पर हेलभेटियाके राजा आरजिटोरिक्सकी मूर्ति बहुत दिन राज्य किया था। मिरुलेनियममें उनकी (Orgitorix ) अंकित देखी जाती है। मुद्राको दुसरो राजधानी थी। इपारि कसकी मुद्रा अधिक संख्यामें तरफ स्वोजलेएडके भालूकी मूर्शि है । यहां एक समय नहीं मिलती। किन्तु क्युनोवेलिनसने वहुत दिन राज्य पोतलको मुद्राका बहुत प्रचार था। लायन ( Lyon)किया था। कलचेष्टर (Colchester ) मे उनकी राज- नगरको यज्ञवेदिका ( Altar ) अनेक मुद्राओंकी पीठ धानी थी। इनके समयको मुद्रा बहुत मिलती है। पर खोदो गई थी । निमौसस ( Nimausus )-को | वर्णमुद्राओंमे ब्रिटेनीय शिल्पका आदर्श है। किन्तु मुद्रा मिस्रजयकी घोषणा करतो है। इस समयकी मुद्रा | चांदी और पीतलकी मुद्रामे उन्नत रोमक शिल्पका उत्कए पर विजय लक्ष्मीको वगलमें कुम्भीर और ताड़का पेड़ निदर्शन अङ्कित देखा जाता है। ४३ ई०में क्युनोवेलि. अडिच है । किसी, किसी मुद्रा पर हरिणके दो पांव नसकी मृत्यु होनेसे स्वतन्त्र ब्रिटेन मुद्रा लुप्त सी हो शोभते हैं। गई। उनके लड़के आभमिनियस, टगोडुनस और प्राचीन ब्रिटेनकी मुद्रा गालकी अनुकरण मान है। विख्यात काराकासमने कुछ समय राज्य किया था, पहले फिनिकीय द्वारा ही प्रोकमुद्राका ब्रिटेनमे प्रचार किन्तु उन लोगोंके समयकी कोई मुद्रा नहीं मिलती। हुआ । मुद्रातत्त्वज्ञ इभान्स ( Evans )का कहना है, कि रानी आइसेनीकी मुद्रा ५० ई. तक वली थी। मुद्रा- ईसाजन्मके २०० वर्ष पहलेसे लगायत १५० वर्षके तत्वज्ञ इभानस साहवने उसके वहुतसे प्रमाण संग्रह भीतर ब्रिटेनमें मुद्रा तैयार होती थी। सबसे पहले किये हैं। . कोएट प्रदेशमें मुद्रा प्रस्तुत हुई । पीछे रोमकोंके साथ जब इसके बाद प्राचीन इटली मुद्रा उल्लेखनीय है । खु० युद्ध होता था उस समय उत्तर और पश्चिम प्रदेशमें | पू० ६ठी सदीसे ले कर जुलियससीजरके शासनकाल उसका प्रचार हुमा । अनन्तर मार्क, लिलन, | तक ५०० वर्ष प्राचीन इटली मुद्राका आदर्श देखा जाता