पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टादश भाग.djvu/४००

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२९७ मोहनीय-मोहरा तान्त्रिक लोग वशीकरणयन्त्र बनाते हैं। ६ भयवानका । और ख्वाजै आदि श्रेणियाँ देखी जाती हैं। ये लोग. वह स्त्री रूप जो उन्होंने समुद्र-मथनके उपरान्त अमृत उद्धत स्वभावके, दुवृत्त, निदय, अत्याचारप्रिय और बांटते समय धारण किया था। ७ एक वर्णवृत्त । इसको खो चुरा लाने में पटु हैं। प्रत्येक चरणमें सगण, भगण, तग । अङ्गारेजी अमलदारीके वाद ये लोग धीरे धीरे शान्त होते हैं। ८ एक प्रकारकी मिठाई। ८ वशीकरणका प्रतिके हो गये हैं। अभी वाणिज्य व्यवसायको ओर मन्त्र, लुभानेका प्रभाव । (नि०) मोहित करनेवाली, इनका विशेष ध्यान है। पहले मोमन्द राज्य हो कर चित्तको लुभानेवाली। वहुतेरे व्यवसायो माल ले कर भारतवर्ष आते थे। माह- मोहनीय (सं० नि० ) मुह अनीयर् । मोहित करनेके | मन्दगण उनसे महसूल लिया करते थे। मोहमन्द सर- योग्य, मोह लेनेके लायक । दारों के मध्य लालपुरका खाँ-वंश ही सवश्रेष्ठ है। ये मोहमन्द-देहरादुन जिलेके शिवालिक पर्वतश्रेणोका एक लोग कावुलके अमीरको अपना अधीश्वर मनाते हैं। गिरिपथ। मोहमय (सं०नि०) मोह-स्वरूपे मयट् । मोहवरूप । मोहपा-मध्यभारतके नागपुर जिलान्तर्गत एक नगर । मोहमुद्गर ( सं० पु० ) शङ्कराचार्य विरचित संसारका यह अक्षा० २१ १६ उ० तथा देशा० ७८'५२ पू०के | अनित्यताशापक एक ग्रन्थ । वोच पड़ता है। यहां नवाव हसनअली खाँका प्रासाद मोहयित (सं० लि. ) मुह-णिच-तृच । मोहकारक। है। कल्मेनवरसे शावर जानेका रास्ता इसी नगरके | मोहर (फा० स्त्रोः ) १ किसी ऐसी वस्तु पर लिखा हुआ वीचोबीच हो कर गया है। नाम, पता या चिह्न आदि जिससे कागज वा कपड़े मोहफिल (अ० स्त्रो०) महफिल देखो। आदि पर छाप सकें, अक्षर, चिह्न आदि दवा कर अंकित मोहब्बत (अ० स्त्री०) मुहब्बत देखो। करनेका ठप्पा। २ उपर्युक्त वस्तुको छाप जो कागज मोहमन्द (सं०पु०) मोह-उत्पादक मन्त्र विशेष । घा कपड़े आदि पर ली गई हो, स्याही लगे हुए ठप्पेको मोहमन्द-स्वाधीन अफगान जातिभेद । कावुल, श्वात- दवानस इन हुए चिह्न या अक्षर । ३ खणमुद्रा, अशरफो। नदी, सफेदको और हिन्दकुशके पहाडी प्रदेशमें इनका मोहरा (हिं० पु०) १ किसी वरतनका मुंह या खुला वास है। कावुल और गजनीका युसुफजै जातिके भाग । २ सेनाको अगली पंक्ति जो आक्रमण करने और अफगानसे ये लोग उत्पन्न हुए हैं। १३वींसे ले कर शत्रुको हटाने के लिये तैयार हो। ३ फौजको चढाईका १५वीं सदी तक के भीतर ये लोग वर्तमान वासभूमिमें रूख, सेनाकी गति । ४ किसी पदार्थका ऊपरी या आ कर बस गये और एक दूसरेसे पृथक् पृथक हो अगला भाग। ५एक प्रकारकी जाली जो बैल, गाय, गये। पहले सिन्वारी और मामन्दोके साथ इनका भैस इत्यादिका मुह कस कर गिरावके साथ बांधनेके भारो विरोध था । वादशाह औरङ्गजेब मोमन्दोंको लिये होती है। यह मुंह पर वांध कर कस दी जाती है परास्त कर उनसे एक बड़ा लडाईका डंका छोन लाये। जिससे पशु खाने पीनेकी चीजों एर मुंह नहीं चला उस डंकाके वजनेसे सिनवारो लोग डरके मारे कंपने | सकता। ५ चोली आदिको तनी या बंद । ६ कोई लगते थे। छेद वा द्वार जिससे कोई वस्तु वाहर निकले। १८४१, १८५१, १८५४, १८६४, १८७३, १८७८ और मोहरा (फा० पु०) १ शतरंज़की कोई गोटो । २ रेशमी ७६ ई०में मोहमन्दोंने अङ्ग्रेजोंके विरुद्ध हथियार उठाया | वन घोटनेका घोटना । यह प्रायः विल्लौरका बनता है। था। १८७३ ई०में सिवनी दुर्गके अध्यक्ष मेजर मैक- ३ मिट्टीका सांचा जिसमें कड़ा, पछुआ ढालते है। ४ डोनाल्ड सिचनी शाखाके मोमन्दोंसे मारा गया था। सोने चांदी पर नकाशो करनेवालोंका वह औजार जिस- लालपुरा, सङ्करसराय योखदन्द आदि ग्रामों में इनका से रगड़ कर नक्काशीको चमकाते हैं, दुआलो। ५ जहर वास है। इन लोगोंके मध्य तारकजै, हालिमऊ, वाईजै मोहरा। ६ सिंगिया विप । ___Vol. XVIII 100