पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष एकविंश भाग.djvu/१०६

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४ याप सालोक गाम पा मालामर पिायाम नीचे दिपलापे : समय राजमाता पर कर ले जा सकते है। म गरे ताट प्रय भेदसे दो प्रकार एक मात्रासफो एक माला फाल पिर कर उसका काही वादिगण गौर मातादि मंगोपिढगण दोघं प्लग करफे एकति, शि प्रभूति मामाकाम निर्दिए देवदेव महादेव मागने जो संगो परने से, सोता है। परिकापरतफे समपिरामातर मागास से मागे एवं तिमिनदेशक रोत्यनुसार तयासियो कर मी मालाफा निकरण हो सकता है। हमारे से जित मिस द्वारा भारट मौर अनुरक्षित होरो है, उसे : कोई कोई गायक गौर वादकगण अपनी भागोइया संगीन करो। इस साह संगीत प्रकार दोनेके भयोग मर्यात गपने सर मोर दापोंक पागके अनुसार कारण साल मां दो प्रकार है। काल धिर कर लेते हैं। संगोमपिशेषों मुनिपुण व्यक्ति दो गापा या गायर और पाया पक्षमासा काले मार कर गतको भ्रमनिराकरणनिमित्त कांस्यनिर्मितधनया' समय स्थिर करेंगे, दिमात्रा काल स्थिर कर उसी गान् करताल' या 'मंगोरा' मादिक भाघात द्वारा मिटि पक्षमाला कालका यो परमादगा। पेंसिया ताल सादंगे। सालमै सम, मतीत मार मागत- चतुर्माना उसी सद तिगुणा या चौगुणा मय पर सोग प्रकार प्रादे। एक साप गान और माल मारण लेंगे। उसी तरह मासाका एकसित करगेसे १६ होगस उसे समद, गोताराम पहले सानपं. गारग दोन. मार्ग होता है। किस साल तिमी माता पार साना कितनी मात्रामा पाएक ताल होता है. पद तालंपिक मागतमह करने है। मिया साप सामान्य सामान्य Him के शेयमे जाना जाता है। सालो समाम विभाग विधामको सप कहते हैं। लयत, मध्य भौर पिल. गाम लय पं लघु गुर गिशका माम प्रश्न है । संगीतर पित मेइसे सोन प्रकारका है। मति मोप्रगतिको इस सन्दको सरह सालका गो पर। इस पद पांगिरा उमकी दूगी भोमी गतिको प प मध्यापेक्षा तो चार मेद हैं, यथा-विषा, गम, गतीत गौरमापान | धीमी गनिकी वितषित लप करते है। इस तो इमफे मध्य फिर विराम, गुहरी, गणु, राम दुग, प्रकारको सो फिर समा, नसोपचा गौर गोपुच्छा, मधया गयु.ताल,गुरु, प्लुत, fuur ntcBधुपियन सोग प्रकारको गति है। .मादि, मध्य गौर मातमें। । मा मत है। ए. दो समाग रहने की समाजल स्तोतको तरद पानी . गागौर देगी, इन दोनों ताकि मध्य पहले मार्ग, मगीर को गम्दानि गाई जातकानोसायक्षा : इसके बाद देशी ताल. माम मोर मायामिग्यास प्रति इत, माप और विपित, इन तोगी हो गाने गापे _माना... आने गोपुष्णा गनि कर है। संरत मोकादिगे' मन्पुट, पासपुर, पटू निता, म गर तिला विचारत सिम प्रकार, यति कहते है, पर यांना मार्गापाले गामदयदेव महारंग मोनाम लप प्रतिमिपा मो गति नाम सपोशात ग्रामय गान, मघार मीर पुष्प, इन मनित। 'पागों मुग नपुर। पांगा गा देगा। पानाम, पगि मोर सच जिस प्रकार मायाम : होपपत है. मामानिमा इमको मो हो मावश्यकता है। माira! ... मामा मामाकी रारा नहीं से भगोना infret मास मामा- माया , Ram गीतको महो। 0 पयपुर fulोपि मा पर पाम | २ मापपुर हमको मादी गति पकान पर पिमा १२१५ १६११ wire पर भाप merमा सिमाधान