पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष एकविंश भाग.djvu/६१०

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५२६ विलासपुर-विलिङ्ग बिलासपुर--युक्तप्रदेशके रामपुर रियासतकी एक तइ. | विलासशील ( स० वि०) १ विलासा।। ( पु० ) राज. सील। यह उक्त रियासतके उत्तर पश्चिम ओर अक्षा० पुत्रभेद । २८ ४४ से ले कर २६१ उ० तथा देशा० ७६१० से ले विलासस्वामी (सपु०) शिलालिपि वर्णित एक ब्रह्म- . कर ७६२६ पृ०के मध्य अवस्थित है। इसकी जनसंख्या चारो और पण्डित । . ७३४५०है। इसका क्षेत्रफल २०४ वर्गमोल है। यहां विलासिका (स'० स्त्री०) उपरूपक नाटिकाभेद । इस प्रतिवर्ष ३०८००० रुपया राजस्व वसूल होता है। यहां | नाटिकाके एक अङ्गमें शृङ्गार रसकी बहुत अधिकता कई झरने मोर एक नहर है। ' ६६ वर्गमोलमें खेती होतो होगी और यह दश नृत्याङ्क द्वारा परिपूरित होगा। शृङ्गार. है। इस तहसीलमें २२३ गांव और एक बिलासपुर | सहाय चिपक और विट तथा प्रायः नायकके समान नगर है। पोठमर्द आदि भी रखना होगा, इससे. गर्म भोर निरर्ष विलासपुर-पञ्जावक पहाड़ो सामन्त राज्यों में एक। इस ये दो सन्धियां तथा प्रधान कोई नायक नहीं रहेगा। इस .. समय इसका कहलूर नाम है। कहलुर शब्द देखो। नाटिकामें वृत्तके छन्दोवन्धकी अल्पता तथा अलवार । विलासपुर उक्त राज्यको राजधानी है। राजधानोके | या वेशभूषा आदि बहुत रहता है । ( साहित्यद० ६।५५२) नाम पर कुछ लोग इस सामन्तराजको विलासपुरके विलासिता (सं० स्त्री० ) बिलासीका भाव या धर्म। नामसे पुकारते हैं। यह नगर शतद् के किनारे समुद्रकी | पिलासित्य ( स० क्लो०) विलासिता। .. ऊपरी सतहसे १४५५ फोट ऊंचा है। नगरसे' एक / विलासिन (स० पु०) विलासोऽस्यास्तीति विलास-इनि। कोस पर शतद को पार करनेका घार है। इसी स्थानके, १ भोगी, सुख भोगमें अनुरक्त पुरुष, कामी । २ जिसे द्वारा यहांका पञ्जायसे व्यवसाय चलता है। राजप्रासाद भामोद-प्रमोद पसंद हो, फोड़ाशील, हंसोड़। ३ पेश में वैसी कोई खूबी नहीं है। नगर और बाजार के रास्ते | आराम पसंद. माराम तलय । ४ सर्प, साप । ५ कृष्ण । " और इमारते' पत्थरको ‘यनी हैं। गोरखे डाकुओं के ६ अग्नि। ७ चन्द्रमा । ८स्मर, कामदेव। हर, उपद्रवसे नगर कुछ श्रीहीन हो गया है। | महादेव । १० वरुण वृक्ष, वरुन। यिलासभवन (सं० फ्लो०) कोडागृह, रङ्गालय, नाचघर । | विलासिनिका ( स० स्त्री० ) विलासिनी । . . विलासमणिदर्पण (सं० ति०) शौकीनताका शीर्षस्थानीय | बिलासिनी ( स० स्त्री० ) १ सुन्दरी युवा स्त्री, कामिनो । मणिनिर्मित दर्पणके समान । २ वेश्या, गणिका। ३ हरिद्रा, हल्दी। (राजनि०) विलासमन्दिर (सं० क्लो०) विलासस्य मन्दिर । कोड़ा-४ शङ्खपुष्पी। (वद्यकनि०) ५पक वृत्तका नाम । इसके गृह । प्रत्येक चरणमें ज, र, ज, ग, ग होते हैं। विलासमेखला (सं० स्त्री०) अलङ्कारभेद । विलासी (सपु०) विलासिन देखो। .. विलासवत् (स.नि.) पिलासविशिष्ट, विलासी। विलास्य (सं० लो०) प्राचीनकालका एक प्रकारका - विलासवतो (ह. स्त्री०) राजकुलललनाभेद । वाजा। इसमें वजानेके लिये तार लगे होते थे। (पासवदत्ता) । विलिनन (सं० क्ली०) वि.लिख ल्युट । १ लिखना। विलासवसति ( स० स्त्री०) कोड़ागृह, प्रमोदभवन । | २ खनन करना, खोदना । ३ खरोचना। विलासविपिन ( स० ली० ) बिलासस्य विपिनं । फ्रोडा. विलिना (स० नो०) मत्स्यभेद, एक प्रकारको मछली। वन। (वैद्यक नि०) विलासपिभयानस ( स० त्रि०) लुब्ध, पायो हुआ। विलिखित (सवि०) १ लिखा हुमा। २ खुदा हुआ। ___(जटाधर) | "३ खरोचा हुआ। विलासयेश्मन् (स० लो०) विलासभवन, झोडागृह । विलिगी ( स० स्त्री०) नागभेद । ( अथव० ५॥१३५) विलासशय्या (सं० स्रो०) सुखशय्या। 'विलिङ्ग (स क्लो०) अन्य लिङ्ग । ' ( भारत समारचं ) .