पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष पंचदश भाग.djvu/१२४

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

११८ फोटोग्राफी मजबूत कर गये हैं। इस कलाविद्यामें अनुकलदृष्टिका देशके एक और वैज्ञानिकने परीक्षा करके नाइटेट आफ विशेष कारण यह है, कि इसके अनुशीलन द्वारा रसायन- सिलवर (Nitrate of silver) नामक रासायनिक मिश्रण दृष्टिविज्ञान और पदार्थविद्या ( Physics )-के विषयमें बनाया। यह मिश्रण यद्यपि सफेद होता है पर सूर्यको बहुत कुछ उन्नति हुई है और हम लोगोंके शिल्पनैपुण्य- किरण पड़ते ही धीरे धीरे काला होने लगता है। सन् को उन्नतिके साथ ही साथ कार्य दक्षताका भी विकाश १७२० ई०में स्विजरलैण्डके एक विद्वान् चा र्सने अंधरो हुआ है। अभ्यस्त कार्य के परिपक्कतानुसार जब वह कोठरीमें नाइट्रेट आफ सिलवरके सहारेसे चित्र विकाश धीरे धीरे पराकाष्ठा पर पहुंच जाता है, तब . बनानेकी चेष्टा की। चित्र तो खिच गया, पर स्थायी उसमे दृष्टिविज्ञान और रसायनशास्त्रके अनेक सम्पाद्य न हो सका। बहुतसे वैज्ञानिक चित्रको स्थायी विषय निर्धारित होते हैं और अन्तमें एक आनन्दका उपा- करनेको चेष्टा करते रहे। अन्तको सौ वर्ष पीछे, दान हो जाता है। एमन्योपस नामक एक वैज्ञानिककी सहायतासे किस प्रकार विज्ञानविदोंके यत्न और उत्साहसे डगर साहबने पारेके रासायनिक मिश्रण द्वारा चित्रको इस विद्याकी उत्पत्ति और उन्नति हुई है उसका संक्षिप्त । स्थायी करनेमें सफलता प्राप्त की। १८५८ ई०में जान विवरण नीचे लिखा जाता है। डोलण्डने वर्णविहीन शीशे ( Achromatic lens)-का ___पहले 'केमेरा अवसफ्युरा' ( Camera obscura) आविष्कार किया जिससे परिष्कार चित्र उतरने लगा। नामक चित्रप्रदर्शन-यन्त्रका आविष्कार हुआ। पदुआ- इसके बाद कमरेके यन्त्रादि और आकृतिक परिवर्तनसे वासी वैपिस्ता पोर्टा ( Baptista Porta ) नामक कोई उवल आब्जेक्टिभ लेन्सका व्यवहार करनेसे सूक्ष्म अधि- व्यक्ति ( १५८६ ईमें ) इसके गठनादिका निरूपण श्रयण ग्रहण आदि विषयों में बहुत उन्नति हुई है। इस कर गये । मर हाम्फ डेभी. विजउड आदिने प्रकार अनुशीलन दलसे ही चित्र ग्रहणके लिये बकस उत्माहसे अनुप्राणित हो 'Camera obscura' यन्त्रके ( Box Camera )-से बेलो ( Bellows Camera ) द्वारा फिरसे इमकी परीक्षा करना आरम्भ कर दिया। पीछे प्टेरोस्कोपिक ( Stereoscopic ) और ओस- उसके फलसे वह प्रतिफलित चित्र 'सेन्सेटिभ पेपर' वर्णस् कपि कमरा तथा टेबल ( Osborne's Copying के ऊपर अति शीणभावमें प्रतिविम्बित हो चित्ररूपमें - Camera and Table) आदिका आविष्कार हुआ प्रकाशित हुआ। पर्यायिक आलोचनासे वह यन्त्र बिल- है। इसके बाद १७६८ ई में काउण्ट रामफोर्ड कुल ठीक किया गया । सच पूछिये, तो वही फोटोग्राफोकी ( Count Rumford) ) तापको ही इन सब परि- उत्पत्तिका मूलकारण बतलाया गया है। १६वीं शताब्दीके वर्तनका कारण समझ कर प्रवन्ध लिखा। उत्सराद्ध में पोर्टीको वृक्षसे सघन पत्तोंमेंसे हो कर सूर्यकी १८०१ ६०में रोटरने कांच-प्रतिफलित विभिन्न वर्णी. किरणोंका प्रकाश छनते देख कर उत्सुकता हुई। उन्होंने के सौरप्रतिबिम्ब पर आलोकमालाका अवस्थान प्रमा- अपने घरकी कोठरीको दोबारमें एक छोटासा छिद्र किया। णित करके क्लोराइड आफ सिलपरका वर्णान्तर निरूपण फिर बाहरको ओर दीपक जला कर वे दूसरी ओर एक किया है। इसी अनुसन्धानसे पम् एम् बेरार्ड, सिवेक, पर्दा टांग कर परीक्षा करने लगे। दोपशिस्त्रा उसे पर्दे पर वार्थोलेट, सर सुबलू हर्सेल, सर एच एङ्गलफिल्ड, पाले- उलटी लटकी दिखाई पड़ी। वे इस प्रकार दूसरे पदार्थों- एन, डेभी आदिका चित्त आकृष्ट हुआ। वे लोग भी की प्रतिकृतियां भी पर्देमें लानेका यत्न करने लगे। परीक्षा द्वारा जीवदेहके ऊपर भालोककी इस विशिष्ट सुभीतेके लिये उन्होंने एक नतोदर शीशा ( Lens ) उस शक्तिका प्रभाव स्थिर कर गये हैं। छेदम लगा दिया। उनका कमरा नलाकार और अन्तर्भाग प्राचीनकालमें फोटोग्राफी विद्याकी नींव डालने काला था। उस शीशेके द्वारा ही थे आलोकका अधि. अट परिश्रम किया गया था। प्रिष्टले, सेनिवायर, भायण (Focus) ठीक कर लेते थे। उसी समय फ्रान्स इङ्गना ज, डि कण्डोले, ससार और रीटर मादि-