पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 4.djvu/४०९

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काबुल-काम रेनोंके एक रसोडण्ट रहनेका बात ठहरी। सर लूइस पिण्डो में एक दरवार किया था। अमीर उसमें निम- रसोडण्ड बन काबुल गये उस समय भी पफ- त्रित हुए। मार्च मासके शेषमें घमौर अबदुर रहमान गान बिलकुल थान्त न धे। री सितम्बरके दिन ही वहां पाए थे। एकपक्ष सका वह पापस गए। सर लूइस ससैन्य छसपूर्वक मारे गये। उस समय माजसे कोई तीन वर्ष पहिले भूतपू' प्रमौरको कुरम उपत्यकाम सर फ्रेडरिक रावर्ट अंगरेजी सेना सोनमें किसीने मार डाला था। उनके पीछे कनिष्ठ लिये अपेक्षा करते थे। अंगरेज गवरनमेण्टने उन्हें पुव प्रमान उल्ला खानको काबुम्तका राजपद प्राप्त काबुल जानेको अनुमति दी। राबर्टने ससैन्य प्रस्थान हुवा, किन्तु उन्होंने अंगरेजों के विरुद्ध युद्ध घोषणा की। किया था। रास्ते में नाना विघ्न बाधाओं का प्रतिक्रम किसनी हो खून खराबीके पीछे युद्ध बन्द हुवा। फिर करना पड़ा। वौं अक तोबरको उन्होंने कावुल पर अफगानोंका एक दूतदन सन्धि करने भारत पाया, अधिकार किया था। अंगरेन सैन्यने बालाहिसार, भारतसे भी अंगरेजोंका दूस-दल कावुच सन्धिको किला और राजभवनका अधिकांश तोड़ डाला। बातचीत करने गया। गत २८वीं फरवरीको काबुल प्रमोर याकूब खान्ने पदत्याग किया। अंगरेज और रूससे भी एक सन्धि हुयो है। कहते हैं उस काबुल अधिकार किये रहे। अफगानोंने सोचा था कि सन्धिके अनुसार प्रमौरने रूसी बोलशेविकोंको भारत 'अंगरेज लौट जावेंगे। किन्तु उन्हें बैठा देख सब लोग पर आक्रमण करने के लिये अफगानस्तानको राह असन्तुष्ट हो गये। थोड़े दिन पीछे अफगानोंने काबुल सेना ले जानेका अधिकार दे दिया है। काबुसकी और बालाहिसार दख्त किया । २३वीं सितम्बरको समस्या पानकल बहुत टेदी पड़ गयी है। शेरपुरमें एक शुद्ध हुआ। उसमें अंगरेज ही जीते थे। ३ अफगानस्तानको एक नदी। इसी नदीके तौर किन्तु उन्हें शेरपुरमें अवरुद्ध हो रहना पड़ा। २३वौं | कावुल नगरी है। ऋग्वेदमें यह नदी कुभा नामसे दिसम्बरको वहां ५० हजार अफगान सेनाने पहुंच कही गयी है। कुमा देखो। अंगरेजी पर पाक्रमण किया था। किन्तु वह परा- काबुली (हिं. स्त्री०) कुभासम्बन्धीय, काबुलके जित हुई। दूसरे दिन अधिकतर अंगरेन-सेना | मुताल्लिक । पहुंच गई। काबुल फिर अंगरेनौके हस्तगत हुवा। कावुलो बबूल (हिं. पु०) वृक्ष विशेष, एक तरहका उसके पीछे ३ मास तक कोई उपद्रव न उठा । २२वौं बबूल। यह भारतमें प्रायः सर्वत्र मिलता और जुलाईको अबदुररहमान कावुसके प्रमोर मनोनीत सरोकी तरह सीधा चलता है। इवे राम बबूत भी हुये। अगस्त. मासमें अंगरेज सेना लौट आई। कहते हैं। अमीर अबदुररहमानके शासनसे शान्ति स्थापित हुई। कावुलो मस्तगी (फा० स्त्री०) निर्यास विशेष, एक १८८१०को याकूब खान्ने पाक्रमण. किया था। गोंद। यह रूमौ मस्तगीसे मिलती और उसकी जगह किन्तुःयह पराजित हो हिरातकी राह पारस्य शी और काममें पाती भी है। वृष बम्बई प्रान्त और उत्तर चले गये। उसी वर्ष प्रमोरने एक बार कावुल छोड़ भारतम होता है। इसे 'बम्बईकी मस्तगो' भी दिया था। फिर बादक और कोरिस्थानके लोग करते हैं। विद्रोही हुये। किन्तु धीरे धीरे शांति हो गई। काबू (तु.पु.) १ पकड़, पन्ना, पहुंच । २ अधि- १८८४० को रुस-चैन्य मा पर पधिकार कर प्रफ कार, इतियार। गामस्थानकी मौमाम जा पहुंची थी। अंगरेजोंने काम (सं.. लो०) कामाय हितम, कम्-प्रा। रूस और अफगानस्थामको सीमा खिर करनेके सिये १पक, वीर्य । २ यथड, वाजिब बात। ३वाछा, चाधिय। ४ खोकारवाकर, इकरारिया जुमा। ३. कर्मचारी और ४०० सिपाही भेज दिये । . १८८५ को भारतके गवरनर जनरल सार्ड डफरिनन रावस. ५ अनुमति, ससाहा (पु.) बाम्यते असौ घन् ।