पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 4.djvu/४१५

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कामज्वर--कामतापुर कामज्वर, कामगवरदेखो। कामड़िया (हिं. पु.) चर्मकार-सायुसम्प्रदायविशेष । कामठ (सं० वि०) कमठस्य इदम् कमठ-पण् । यह साधु राजपूतानेमें रहते हैं। रामदेवकी वाणी १ कच्छपसम्बन्धीय, कछुवेसे सरोकार रखनेवाला। गाना और भिक्षा मांग कर अपनी जीविका चलाना २ कमण्डलु-सम्बन्धीय। इनका काम है। कामठक (सं० १०) सर्पविशेष, एक सांप। धृतराष्ट्र | कामण्डलव (सं० वि०) कमहसी वः, कमण्डलु.. नामक नागवंशी इसने जन्म लिया था। फिर जनमेजय अण् बहुव्री। राजाके सर्पयज्ञमें यह मारा गया। (महाभारत आदि०) १ कमण्डलु सम्बन्धीय। (को०) २ कमण्डलुका कार्य, कुम्हारका पेशा। कामठा:-मध्यप्रदेशस्थ भण्डारा जिलेके तिरोरा कामण्डलेय (सं०वि०) कमण्डलोरिदम्, कमण्डलु-दः विभागको एक जमीन्दागे। भूमिका परिमाण २८१ उवर्णस्य लोपः ढस्य एय। ढेलापोऽकट्रवाः । पादा॥१३५. वर्गमौल है। लोकसंख्या १५ हजारसे अधिक है। पायने यौमीयियः फटसों प्रत्ययादीनाम्। पानाश कोई सवा सौ गांवोंसे तेरह हजारसे अधिक घर बने कमण्डलु-सम्बन्धीय। हैं। प्रायः सौ वर्षसे ऊपर हुये नागपुरके राजाके कामतरु (पु.) कामं यथेच्छ जातस्तकः, मध्य. अधीन यह कुनवी वंशको एक जमीन्दारी रही। किन्तु पदम्तो। १ बन्दाक वृक्ष, बांदा। यह पेड़ों पर राजाके विपक्ष में विद्रोहाचरणसे उनके हाथसे निकाल पाप ही पाप उत्पन्न होता है। कल्पवृक्ष । यह किसी लोदी वंशीयको दी गयी। वह मालगुजारी | कामता-युक्तप्रान्तके बांदा जिले का एक ग्राम । यह दे इसे भोग करते हैं। इसमें कामठा नामक एक ग्राम चित्रकूट पर्वतके निकट अवस्थित है। कामदगिरिक. भी है। वह अक्षा० २१. ३१ और देशा. ८.. २१ पू० नाम पर इसे कामता कहते हैं। पर अवस्थित है। लोकसंख्या डेढ़ हजारसे अधिक | कामतापुर-कोचविहार प्रान्तका एक सावशिष्ट है। अधिवासी खेतीबारी करते हैं। कामठाके प्राचीन नगर । कामरूपके राजा नीलध्वज इसके स्थाप- सरदार या जमीन्दार यहीं रहते हैं। उनके घर चारी यिता थे। यह नगर कामरूपके कामपीठमें प्रवखित. और प्राचीर और गड़से वेष्टित हैं। है। जब कामरूपका राज्य परिममें करतोया नदी तक कामठी-मध्यप्रदेशके नागपुर जिलेका एक प्रधान विस्तृत था, तब यह नगर उस राज्यको राजधानी नगर। यह अक्षा० २११३३०"उ०. और देशा० रहा। उस समय इसकी शोभासमृद्धि जैसीथो, उसका. ७.१४ ३०“पू० परं अवस्थित है। यहां सेना चित्रमात्र भी अब नहीं। अाजकल यह एक बुद्र निवास (छावनी) है। कामठी नागपुर शहरसे ग्रामको अपेक्षा भी होनावणाम हो गया है। उत्तर-पूर्व साढ़े चार कोस पड़ती है। लोकसंख्या भग्नावशेषके मध्य दुर्ग, राजप्रासाद, सरोवर, उद्यान,. पचास हजारसे अधिक है। यहां देशी विदेशी वस्त्र देवाच्य इत्यादि सकल विषयोंका वसावशेष है। और लवण पवादिका क्रय-विक्रय होता है। शस्यका इसके पश्चिम लालबाजार नामक एक छोटा शहर है। व्यवसाय प्रायः माड़वारी महाजनों के हाथ है। यहां युरोपीय साधारणतः इसे लालबाजार ही करते हैं। वंशीलाल प्रबीरचंदकी बनवायो एक सुन्दर पक्की पहले कामतापुर धरला नदीके पविम तट पर. पुष्करिणी और उससे लगा एक मन्दिर तथा उद्यान अवस्थित था। किन्तु पानकल धरला प्राचीन स्थान कनहान नदीपर सेतु बंधा है। उसके अपर .शेड़ कितना हा पूर्वको इट गयी है। इसलिये या उससे बहुत दूर पड़ता है। और छत्तीसगढ़की रेलगाड़ी चलती है। रेलका नागपुर एक टेशन भी है। औषधालय, विद्यालय और प्रति गौर विस्तृत स्थान प्राज भी कामतापुरके पूर्व खासी थियों के लिये धर्मशासाबनी है। यहाँ ४६० कूप देख. पड़ा है। उस स्थानको देखनसे मासूम होता है कि पड़ते हैं। पहले घरमा पाजकसको पपेश बहुत विसत और.

धरलाका प्राचीन ।