पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 4.djvu/४२२

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. कामताल-कामदेव ४२३ यात्रियोको प्रतिमाके गर्भसे कवच निकाल कर देखा यह बादलेके तार या सनमसितारसे बनती है। देते हैं। किन्तु यह कार्य बहुत छिप कर किया २ वस्त्रविशेष, एक कपड़ा। इसपर सलमेसितारके जाता है। फल निकाले जाते हैं। कामतापुरके ध्वंसावशेषमें पाजकल कृष्णकाय कामदार (हिं० पु.) १ राज्यप्रबन्ध कारो, रियासतका 'भालुकका प्रावास बना है। इन्तिजाम करनेवाला। राजपूतान' और मालवेके आईन-अकवारीमें भी कामसापुरका उल्लेख है। राज्यों में कामदार रहते हैं। (वि०) कलावतके बेल- मार्टिन साहब मालदहसे हस्तलिखित एक प्राचीन बूटीवाला। पुस्तक लाये थे। उसमें धंगदेशका विवरण लिखा है । | कामदीपकरस (सं• पु० ) वाजीकरण का एक औषध, • उसके लेखानुसार नसरत शाहके अव्यवहित पूर्ववर्ती ताकतको कोई दवा। खेतपुनर्नवाका मूल, मोच हुसेन शाहने कामतापुरेश्वर हरपनारायणको मार रस, पारा और गन्धक बराबर भाल्मलीको छालके उनका राज्य जीता। हरपनारायण सदा लक्ष्मीमान्- | रसमें मिलाकर गोलो बांधनेसे यह प्रस्तुत होता है। राजके पौत्र और मालिकाङ्गराजके पुत्र थे। इसका नाम चाण्डालिकयोग है। एक गोलो दो कामताल (सं० पु.) कामं सालयति प्रतिष्ठापयति, पल दूधके साथ खानेसे बहुत बलवीर्य बड़ता काम-तत्-पिच्-भण्। कोकिल, कोयन । है। (रसरमावर) कामतिथि (सं० स्त्री० ) कामस्य पूनार्थ प्रशस्ता तिथिः, कामदुध (सं० त्रिः) कामं दोग्धि, काम-दुइक हस्य मध्यपदलो। त्रयोदशी, तेरस । इसी तिथिको धः। प्रभीष्टसम्पादक, मुराद पूरी करनेवाला। कामदेवको पूजा करते हैं। कामदुधा (सं० स्त्री०) काम-दुह-टाप्। कामधेनु । कामद (सं० वि०) कामं अभिलाषं ददाति, काम-दा- कामधन देखी। क। १ कामदाता, सुराद पूरी करनेवाला। (पु०) कामदुह (सं० वि०) काम दुह किए। अभीष्टप्रद, काम द्यसि स्वसौन्दर्येण प्रवखण्हयति कतिस्त्वात् । खाहिश पूरी करनेवाला। नाशयति वा, काम-द्यो-क। २ कार्तिकेय । कामदुहा, कामदुधादेखो। कामदगिरि (सं० पु.) चित्रकूट पर्वत। चित्रकूट देखो ।। कामदूता (सं० स्त्री०) मनःशिला । कामदमणि (सं.पु.) चिन्तामणि । कामदूति, . कामतो देखो। कामदमिनी. (सं. स्त्री.) कामस्य दमः उपशमः | कामदूतिका (सं०. स्त्री.) कामस्य दूतिका इव उहो- अस्तास्याः, काम-दम इनि। कामरिपुको वशीभूत पकत्वात्। नागदन्ती, हाथीसूंड । करनेवाली स्त्री, जो औरत अपनी खाहिश दबा कामदूती (सं० स्त्रो०) कामस्य दूतीव, उपमित- चको हो। समा०। १ मनःशिला।. पाटलष्क्ष, परवलको कामदर्शन (सं० त्रि.) कामं मनोनं दर्शनं यस्य, ३ कोकिला, कोयल। बहुव्री। सुन्दर, खुधसूरत। कामदेव (#. पु.). काम एव देवः । १ कन्ट्य । कामदहन (सं० पु०) शिव । इसका संस्कृत . नामान्तर-मदन, मन्मथ, मार, कामदा (सं० स्त्री०) काम प्रभीष्टं ददाति, काम-दा प्रद्युम्न, मौनकेतन, कन्दपं, दपक, अनङ्ग, पश्चथर, सर, “क-टाप्। .१ कामधेनु । २ नागवली लता, पान । शम्बरारि, मनसिज, कुसुमेषु, अनन्यज, पुष्पधन्वा, ३ हरीतकी, हर। ४ एक देवी। महिरावण इन्हें रतिपति, मकरध्वज, प्रामभू, ब्रह्मसू और विश्वकेतु पलता था। हन्दी विशेष। इसमें दश अधर-रहते है। शास्त्रकार कामदेवके पचास भेद बताते हैं- और क्रमानुसार रगण, यगण तथा.जगण लगते हैं। १ काम, २ कामद, ३ कान्त, ४ कान्तिमान, ५ कामग, कामदानी (हि.सी.) अविस पुष्पादि, बेशदूटा । कामचर, कामी, ८ कामुक, 2 कामवर्धन, . बैल-1 1 -