पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 4.djvu/७०६

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

- काश्मौरक--काश्मौरी Doc तुलस'योग-काश्मौरके दक्षिण भागमें देवसर पर (वि.) ५ कश्मीर देशवासी, कश्मीरका रहनेवाला। गनेके बीच वासुकिनागकुण्ड है। उससे प्रायः १० काश्मीरक (सं० वि० ) काश्मीर भव:, वश्मीर वुन् । कोस दूर पीरपंजालके दूसरे पार्श्वपर गुलाबगढ़ कुण्ड १ काश्मीरदेशीय, कश्मीर में पैदा होनेवाला। (पु.) पड़ता है। पाश्चर्यका विषय है कि उक्त दोनों कुण्ड २ काश्मीर देशवासी, काश्मीरका बाशिन्दा । ३ काश्मीर से एकमें जल रहने पर दूसरा सुख जाता है। उसो देशका राजा। प्रकार प्रत्ये कमें छह छह मास जन रहता है। काश्मीरज (सं० लो०) काश्मोरे आयते, काश्मीर-जन-ड। जटागना-योनगरके दक्षिण डेंसू परगना वम हामा सधयां जनेर्ड। पा ३ । २ । ९५७ । १ कुश्म, जाफरान, केसर । प्राम है। उस ग्राममें जटागङ्गा नामक कोई कुण्ड है। २ कुष्ठभेद, एक दवा । ३ पुष्करमूल । ४ प्रतिविषा । व संवत्सर शुष्क रहता है। केवल भाद्रमासको | काश्मीरजन्म (सं० लो०) काश्मीर जन्म यस्य, बहुव्री. । शुक्लाष्टमी तिथिको उच्च भूमिमै जन्त ना अकस्मात् कुटुम, जाफरान, केसर । उसको परिपूर्ण कर देता है । उसीप्रकार काश्मीरमें | काश्मीरजा (सं० स्त्री०) प्रतिविषा, प्रतीस । नित्य का बहुत नैसर्गिक कारण होते हैं। सामान्य | काश्मीरजीरक (सं० ली.) शुकजीरक, सफेद जोग । मानव उनके प्रत तथ्यके निर्णयमें अक्षम है। काश्मीरपुष्प (सं० लो०) गाम्भारी वृक्ष, गम्भारोका पेड़ । जाति-काश्मीर में नाना जातिका वास है। उनमें | काश्मीरा (सं० स्त्री०) काश्मीर भवः, , काश्मीर-अण्-टाप प्राचीन अधिवासी बाण हैं। कितने ही ब्राह्मणों ने दव भवः। पा ४ । ३ । ५।१ पतिविषा, पतोस । २ कपिल- मुसम्तमान धर्म ग्रहण कर लिया है । काश्मीरका वर्ग- द्राना, काला दाग्नु । ३ स्थल पद्मिनी। मान रामपरिवार डोगरागजपूत जातिभुत है । डोगरा | काश्मीरा (हिं. पु०) १ वस्त्र विशेष, कोई कपड़ा। यह लोग नम्ब उपत्यकामें अधिक देख पड़ते हैं। उस जाति मोटे नसे तैयार होता है। किसी किसाका अंगूर । के मध्व सकल श्रेणी के हिन्दू होते हैं। काश्मीरिक (सं० वि० ) काप्रमौर भवः, काश्मीर-ठङ । पथिमांश, सिन्धुपवाहित गिरिप्रदेश अवधि काश्मीरदेशीय, कश्मीर में पैदा हनिवाला । कुक्का तथा बम्बा जाति और दक्षिणांश एवं झिजमके | काश्मीरी-काश्मोर देशको भाषा। यह किसी पप- पश्चिम गवर, गुज्जर, खतोर, प्रवन, जनु प्रमति बंश भाषासे उत्पन्न हुई है। इसके पहले पिशाची लोगों का वास है। पूर्वाशम लादख और बलतिस्तान प्राकृत भाषा थी । वर्तमानको काश्मीरी भाषा उसका प्रधानतः भोट जाति रहती है । जम्ब में डोम, मेफ, दूसरा संस्करण है। इसको बोलनेवाले दश लाखसे हिन्दूपहाड़ी, गड्डी, वाचान प्रभृति मिलते हैं। उत्तरी अपर मनुष्य हैं। शमें प्रायः सर्वत्र चम्या और दाद जाति देख पड़ती है। कारमौरी (सं० स्त्री० ) काश्मीर-डोष । गाम्भारी वृक्ष, कापौरक सम्बन्ध विस्त न विपरण मालम करने को निव लिखित गम्भारीका पेड़ । २ कपिलमृगनाभि, कालो कस्त रो। पुस्तक द्रष्टव्य है-कण विरचिा राजारणियो, जोनगजव राजावलो .काश्मीरी (हि. वि. ) १ काश्मीरदेश-सम्बन्धीय, श्रीवरप्रयोत मैनराजतरबिपी. पाल्पमत रांजावलिपनाशा, साहवरामका काश्मीरसे ताल्लुक रखनेवाला । २ काश्मीर देशवासी, वामोरतीर्थसं यह, तारीख ई-करमोरी, मवादिर-उल, पखया, मुझ्ष्मदा कश्मीर का बाशिन्दा। (पु.) ३ रबरका पेड़। पानिमक्षा वावियात कौर, बदर-उद-दौनका गौहरपालम-तोहफान ४ काश्मीरका ब्राह्मण | काश्मीरमें नाना स्थानों पर उस-सांडी, तबकाव-कारमोरी, तबकास पवरो, Aalleson's Nati- ve States; Moorcroft's Travels, Forester's Journal, Vo विदेशीय लोग देख पड़ते भी पुरातन हिन्दू अधिवासीमात्र II; Baton Hugele's Travels in Kashmir; Vigne's Tra- ब्राह्मणके नामसे अभिहित हैं। भारतवर्ष में नाना स्थानों vels; Cunningham's Ancient Geography of India; Dre- पर जो शाखा भेद रहता है, वह काश्मीरियों में देख नहीं ove's Jammoo and Kashmirz Schonberg's Travels in पड़ता। सब अपनेको 'काश्मीरिक' वा 'सारस्वत' -Kashmir; Bellew's Kashmir sto, शाखामुक्त . बसलाते हैं। पति पूर्वकालसे काश्मीर Voi, IV. 178 - -