पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 4.djvu/९७

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८ मत्सविशेष, .एक --- ७कड़ा अनाज। अच्छा। करार-करालाननः ऊंचा किनारा। यह पामौके काटसे निकल आता ५ कस्तरमग, एक हिरन।. ६.दैत्यविशेष, एक । २ ठौर ठोक। राक्षस। ७ गन्धर्वविशेष । करार (अ० पु०) १ स्थै, मजबूती । २ धैर्य, मछली। छष्णार्जक, काला बवूल। (नि.) धीरज। ३ सुख, पाराम | ४ प्रतिज्ञा, कौल । १. तुङ्ग, पंचा। दन्तुर, 'चे दांतवावा । ११ भया- करारना (हिं० कि० ) कां कां करना, ऋतिकट शब्द नक, डरावना। १२ प्रशस्त, खुना हुवा । निकालना। यह क्रिया कारपक्षीका बोलना बताती है। करालक, कराल देखो। करारवीर-कायोका एक ग्राम। यह काशीसे ४ योजन करालशर (सं० वि०) १ बन्नवान् इस्तविशिष्ट, ताकत. दूर वायुकोणमें अवस्थित है। यवनपुरं यहांसे बहुत वर हाथ रखनेवाला। २ बलवान् गायुक्त, जोरदार नजदीक पड़ता है। करारवीरमें एक प्राचोन दुग । सूंड रखनेवाला। विद्यमान है। (मवि० ब्रह्मखण ५०१०३) करान्तकलिक (सं• पु० ) कुन्दपुष्पाच, कुन्दके फूल- करारा (हिं० पु.)१ नदीका उच्च नट, दरयाका का पेड़। ऊंचा किनारा । २ टोला, दह। ३ करट, कौवा । करानकेयर (सं० पु०) करानः केशरो यस्य । सिंह, और। ४ मिटान विशेष, एक मिठाई। (वि.) ५ कठोर, : करालत्रिपुटा (सं० स्त्री० ) करानानि बौणि पुटानि कड़ा। सुदृढ़, मजबूत, दिलका कड़ा। यस्याः। शहा नामक शिम्बो धान्य, किसी किसका सेंका हुवा, मुरमुरा। तीक्ष्ण, तेजा 2 उत्तम, .१० बड़ा, मारो। ११ बलवान्, ताकतवर। करालदंष्ट्र (सं० वि०) भयहरदंष्ट्राविशिष्ठ, खार करारापन (हि. पु०) कठोरभाव, कड़ाई। दाद रखनेवाला। करारी : (हिं. पु०) इकरार करनेवाला, जो वचन है। करालदंष्ट्रा (सं० स्त्री०) करानाः दंष्ट्रा यस्याः । चुका हो। २ उपासक सम्प्रदायविशेष। यह काली, १ कालो। २..मयानकदन्तविगिष्टा नो, खौफनाक चामुण्डा प्रभृति देवीको भयर मूर्ति पूजते हैं। भार दांतवाली औरत। तके मांना स्थानमें जो शलाकादि द्वारा अपना -मांस करालमञ्च (सं० पु.) सङ्गीततालविशेष, गनिका एक छेद भिक्षा मांगते फिरते है, उन्हींको बहुतसे योग ताल। इसमें तीन खाली पोर दो भी ताल लगते करारी कहते हैं। हैं। मृदङ्गमें कराचमञ्च इस प्रकार बोलता है-धा करारोट (सं० पु०) करे प्रारोटते भाति, कस्पा. कैटे खन्ता केटेताग गदिधेने नागदेत धा। रुट अच् । अङ्गुरीयक, अंगूठी, हाथका छल्ला । करालम्ब (सं-स्त्री.) करं पालम्बी शरणार्थ यताति, करापित (स'. त्रि०) इस्तसे अर्पण किया हुवा, जो लम्ब अच्। १ करग्रहणकारी, हाथ पकड़नेवाला। हाथ में दिया गया हो। (पु.)३ हस्त हारा साहाय्य प्रदान, हायको पकड़। कराल (सं. क्लो० ) · कराय · चक्षुरोगादिविक्षेपाय कराललोचन (सं० वि० ) कराल लोचने यस । भया- अलति शक्नोति, कर-अल-पच । . १ पर्णास, काली नक चक्षुविशिष्ट, डरावनी पांखोंवाला। तुलसी। २ घृतादि भ्रष्ट वेसवार, करायल।. (पु.) करासवदना (सं० स्त्री०) करालं वदनं यस्याः । कर पानाति जाति अथवा भयप्रदर्शमाय पलति १ कालो। २ भयारमुखी स्त्री। पर्याप्नोति, कर-पा-सा-क। ३ सर्जरसयुक्ता तैल । कराला (सं० स्त्री०) करास-टाप् । १ शारिवा, ४ दन्तरोग मेद, दांतको एक बीमारी। कुपित वायु अनन्तमूल । २.विड़ा दन्तका पात्रय पकड़ क्रम क्रम- सब दांतोंको विक्षत | बराला (को०) विड़ा। और भयानक भावसे उठा देता है। इसोको करात कराखानम : (स.वि.).बरासं पाननं यस। भय-

रोग कहते हैं।.यह असाध्य होता है। माधवनिदान) - पर सुखजिशिष्ट, डरावनी सूरतवासा ।