-- बदमामी। हाथो। करिखा-करिमुख : करिखा. (हिं. पु०) १ नोवता, कालिख । २ कलङ्का, गमनयोग्य पथ, हाथोके चलने लायक राह। २ देव- पथ, हाथीको राह। ३ जनपदविशेष, एक बसती। करिगर्जित (म.ली.) करिणः गर्जितं गर्जनम, करिपिप्पनी (सं० स्त्री०) करिसंघका वियत्री, मध्य भाव त। होहित, हाथीका चिकार । पदलो। गजपिप्पानी, बड़ी पीपल । करिगह, करगह देखो। करिपोत (सं० पु.) करिणं. बध्नाति यत्र, बन्ध करिङ्ग-मन्द्राज प्रान्तके रानमा ईन्द्री जिलेका एक आधार घन । १ हस्तिवन्धनस्तम्भ, हाथी बांधने का बन्दर। यह समुद्रके वटपर राजमहेन्द्री नगरसे खूटा । (क्लो) भावे घन् । मावे । पा शश। १५ कोस दक्षिण-पूर्व अवस्थित है। नाना स्थानों से २ गजबन्धन, हाथोका बंधाव। यहां जहाज पा लगा करते है। वाणिज्य-व्यवसाय | करियर (स• पु० ) करिणां वरः । येष्ठ गज, बढ़िया भी खुब होता है। पहले यह नगर अधिक समृद्धि- शाली रहा। किन्तु अब वह बात देख नहीं पड़ती। बारिबू (हि. पु० ) हरिणविशेष, एक वारसिङ्गा । १७८४ ई०को समुद्रसे तरङ्ग पानेपर करिङ्ग डूब गया यह अमेरिकाके उत्तरीय ध्र वप्रदेशमें पाया जाता है। था। उससे बहुत लोग मरे पौर मकान गिर पड़े। इससे लोगोंका बड़ा काम निकलता है। मांस खान में इसके पाखंस्थ समुद्रकी करिङ्गासागर कहते हैं। भाता है। चर्म वस्त्ररूपसे व्यवहत होता है। फिर 'करिङ्ग' कलिङ्ग शब्दका पप-धश है। कलिइ देखो। उसका तम्बू और जूता भी बनता है। अखिसे करिचमै (सं० लो० ) गजचर्म, हाथोका चमड़ा। छुरी प्रस्तुत करते हैं। करिज (सं० पु०) वारिणो जायते, करि-जन-ड। करिम (स'• लो०) करीव भाति, भा-क। अखत्यः पक्षम्बामनाती। पारा। गजशावक, हाथोका बच्चा। वक्ष, पीपल का पेड़। करिजा (सं० स्त्री०) गजमुखा। करिमकर (सं० पु.) काल्पनिक राक्षस, झूठा देव। करिणी (सं० स्त्री०) करिन स्त्रियां डीप । १.इस्तिनी, करिमाचल (सं० पु०) करिण इन्तु माचं शाख हथिनी। २ देवताविशेष, एक देवी। ३ वैश्यके औरस लाति विस्तारयति, करि माच चा क। सिंह, शेर। और शूद्राके गर्भसे उत्पन्न होनेवाली कन्या। करिमुख (सं० पु. ) करियो मुखमिव मुखं यस्य । करिणीसहाय (स पु०) गज, इथिनीका जोड़ा हाथी। १ गणेश। ब्रह्मवैवर्तके गणेशखहमें लिखते-पावतो. करिदन्त (सं. पु० ) गजदन्त, हाथोका दांत । नन्दन गणेयके जन्म लेनेपर सकल देव. मन्दरमूर्ति करिदन्ताम . (सं..लो०) मूलक, मूली। देखने पहुंचे थे। भगवतीने क्रमशः सकल देवको करिदमन (सं० पु.) नागदमन, नागदौना.। आ लौटते देखा। किन्तु उस देवमण्डसीम भनिको करिदारक ( स० पु०) करिणं दारयति, करि-ह-तुल् । म देख उन्होंने अपने प्राण-प्यारे सुन्दर पुत्रको पाकर सिंह, शेर। देखने के लिये उनसे बारंवार अनुरोध किया था। करिनासिका (सं० स्त्री.) करिणः नासिका। १. गज शनि इस भयो गणपतिको देखने न गये-मेरी दृष्टिसे नासिका, हाथोकी नाक । २ यन्त्र विशेष, एक - बाना। समुदय भस्म हो जाता है। करिनी. (हिं.) करिषी देखी। शसे उन्हें जाना पड़ा। शनिने पाकर भगवतीसे कहा करिप (सं० पु.) करिणं पाति रक्षति, करि-पा-क। था-मैं जिसे देख पाता, वही भस्म हो जाता है। वारंवार ऐसा कहनेपर भी भगवतीने उनसे गणेशको. हस्तिपालक, महावत। करियन (स. क्लो०) सानीशपत्र । देखने के लिये भाग्रह प्रकाश किया। उस समय पनिने.. निरुपाय ही, गणेयको देखने के लिये अपने करिपत्रक, करिपन देखो। करिपथ (सं० पु.) करिणः पथ, ६-सत् ।..१ गजके मुखवस्त्रका एक प्रान्त खोला था। उनकी दृष्टि . अन्ततः भगवतीके प्रादे
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