लुयाण्डिका
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मागनेपाला, चाइ । २ दुराचारो, दुचालो। ३ नोटा, उशना (हि. वि०) लुहकाना दग्यो ।
कमोना, पदमाश।
उडको (हि.सो.) लुदका देखा।
उद्या (दि० वि० स्त्री०) बोरो या बदमा। लुम्सुहाना (हि० सा० ) मखदाना देखो।
लुजा (हि. पु०) समुद्रमें यह स्पर नो पहुन । लुढाना (हि० कि० ) १ जमीन पर नीचे ऊपर किरते
गहरा हो।
हुए वढना या चलना, गे की तरह गोचे ऊपर चकार
ल श्शन (१० पु.) १ उत्पाटन, चुरकोस परड कर | प्राते हुए गमन काना, दुलपना।२ गिर कर नोचे ऊपर
झरष साप उखाडना, नोचना काटना, रामना) होते हुए गमन करना।
३ न-यत्तियोंकी एक मिया। इसमें उनके शिरक द ल लुढ़काना (हिOf० ) जमान पर इस प्रकार वगना कि
नोचे जाते हैं।
नोचे ऊपर होता हुगा कुछ दूर बढता जाय, दुरकाना।
सचित (१० लि०) उत्पाटित, उसादा हुया, नोचा | लुधियाना (दि० कि० ) गोल बत्तीकी तरह उमरो हुइ
सिप करना, गोल तुरपना।
श्चितदेग (स० पु० ) जैन सादायिम्भेद। घरोग लुएटा ( स० पु. ) लुटतीति दुएट ग्युर । शावविशेष
मोपय मादिस सिरफेवाल और शगेरके रोए साफ एक प्रकारका साग।
करते हैं इसलिये उनका यद नाम पहा है।
एग ( स० रखा०) एट अङ्राप ल एठन, लूटना।
उरयना (दि. f० ) परपना दया ।
एटा (स० पु०) रुएटताति लएट (जल्प मिला युटलुपट
लुटना (दि. क्रि०) १ मरेके द्वारा लूटा जाना, डाकुओं । वृह पाका | पा स१५५) इति षन् । धौर, चोर ।
फे हाय पा पाना । २ तबाह होना, मयस्स बोना। लुएटाको (स० प्रा० ) एटाक पित्यार डा। सोचार,
2टामा (दि० मि.) १दूसरेपो लूटने देना डाकुओं सोचोर।
मादिको छोन रेने दना । २ वरवाद करना या पना एठा (स.नि.) लु एटमति लु एठ तु । स्तयारक
या प्यप करना । ३ मुभरभर चारों ओर इमलिपे लटेरा।
फॉना जिसम जो भाई सो ले, बहुतायतसे वाटना रण्ठन (म.लि. ) ल प्ठ न्युर। १ लूटना पुराना।
अधाधु घ दार परना। ४ मुफ्त में देना पिना पूरा मृत्य २ढरना।
लिये देना।
टण्डनदी (सं० प्रा०)पा नदाका नाम)
लुरिया (दि ० प्रा०) जल माल पा रखनेरा धातुमा हारा | लुण्ठा ( स ० खा०) र ण्ट गट विषा राप । र ण्ठन
वरतन छोटा रोटा।
टा
लुटेरा (६०० ) परदस्ता छान लेनेवाला, हर दिपाल पठार ( स . पु०) पठ-पावन् । १ पार, पामा
पर पामार पाट पर दूसरे माल निगराया । २ चोर ।
टहर (दि. ना० ) यह भेट शिमके का छोटे हों। रण्टि ( स० स्रो०) दम्युत्ति लूटपार ।
लुटन (fe मो०) लुठ माये व्युट । भूमि पर घोश एण्ठो (म.सा.) पोदका रोटना।
वारवार धमोपदनम या लोटना।
लुएट ( स० पु.) म्तेन, घोर ।
कुटनभ्यत(form) ताका नाम । इस जुठे लण्डमुण्ड ( स० मि. लिसा मिरदाय पैर धादि
घरपालुवातास भी रदत है। दमाद मतीरा पटेही फेयर पदका लोधरा रह गया दो दिवाm
का मामोटेगा ।
वैरका, रंगा लूला । ३ विना पता हूँ। ४ चा हो
दुटिन (H० वि०) उस पार पार भूमि पर एोटा गठरोगताद स्पेरा हुआ।
शुप्रा पाव-पेशिल मपात पराप्त ।
लरिष्टा (म० ग्यौ०) न एडो सापन, ततष्टाए । एपेट
इसरना (बि.
शिफ्ना दरा।
Jए सूतको पिडा या गोनी।
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पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष विंशति भाग.djvu/३३६
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