पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष षष्ठ भाग.djvu/३५

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।
३३
खिलाफत

जिसकी उसने अधिकार कर लिया। हज्जाजने कूफामे बरबरों को पराजय करके अपने अधीनस्थ किया। १८ मील पश्चिम दैरकुरा में डेरा डाला, जहां खलीफाके अब्दुस मसिकके मरने पीछे तक हसन कैरवांक भाई मुहम्मद और उसके मड़ के प्रवदना उसके लिये शासक बने रहे। पन्दुल मलिकने मुसलमानी सिका नई फौज ले पहुंचे । १०२ ई०के जुलाई मास फैमलेको चलाया था। १८४ ई.को हज्जाजमे कूफामें चांदोके एक लड़ाई हुई। हज्जाज जोते और इन पयपद दिरम ढाले । परबो राजभाषा बनो यौ। प्राखि भार बसराको भागे थे। वहां उन्होंने नयी फौज इकट्ठा की, दामसकसमे प्रान्तीय राजधानिय तक बाकायदे परन्तु मामकिन को खंखारज में फिर हार होने से सरकारो डाक भेजने का इन्तजाम किया गया। पब- वर अहवाजमें जा छिपे, जहांमे इजाजकी फौजन दुल मलिक अपनी कन्याका विवाद खनीदके साथ उन्हें जल्द निकाल बाहर किया। फिर बलवाईसीजी. करके उन्हें और प्रम प्रशदकके लडकोमो गजो स्तानको इटा और फिर काबुन पमोरके पास जाकर । करने में कामयाब हुए। उन्होंने अपने पाप यजीदको रहा था। उसके साथी खुरासान भाग गये, जहां यजीद लड़की से शादी कर ली थी। अबदुल मलिकम अपने सूध दारने उनके हथियार छोन लिये । काबुलके व टोंकी तालोम पर बड़ी निगरानी रखी। उनके भाई पमोरने धोकेबाजको छलसे मार डाला था । उसका पबदुल अजीज जो मिसरके शासक थे, ७.३ या ७.४ सर पहले हन्जानके पास और वहांमे दामसकस भेजा ई.का मर गये। उन्होंने पहले अपने नडमें वनोद गया । यह ७०३ या ७०४६० की घटना है। फिर यजीद- पौर उसके पछि दूसरे लड़के सुलेमानको सपना में खुरासानका अधिकार छीन लिया गया। इलाजने उत्तराधिकारी चुना था । ७०५ १०८ पक्तूबर को वह उन पर बनवाइयोंकी तरफदाग करनेका इलजाम अपने पाप • सासको उममें चल बसे। उनके दर- लगाया था। हज्जाजने पहले अपने भाई मुफहमा को बारमें शायरो का हुजूम रहता था। और फिर कुतैयबका खुरासानका सूबेदार बमाया प्रथम बलादका शासन-या इसमामके इतिहासमा पौर चीन तक इसलाम धर्म फलानेको पादेश दिया। एक बड़ा शानदार वा था। एशियामाइनर पौर ७०२९०को नाजने बसरा और कूफाके बीच नया परमेनियामें खलीफाके भाई ममलम यूनानिया से वर्ग वासस्थान निर्माण किया, जहां उनके सिरोय सेन्यको नगर जीत गये, तियाना फतेह पा पोर कुमतुम. दोनों राजधानियोंके बिगई नागरिकोंसे सड़ने भिडन. सुनिया पर चढ़ने का बड़ी तैयारी रही। पफरीभामें का डर न था और हमे या किसी भी बसवेको जो उठ भी फतच्याबी ई थी। ०१.१०को समजियरके खडा हो, दबाने का मौका था। अबदुल मलिकने शासक तारोने स्पेन पर चढ़ाई की और रोडरिवो अपने गण्यारम्भ काल को जेरूसलममें जमरको बनायो शिकस्त दी। कितनी घोड़े लुट गये, परन्तु राजाका मसजिद में एक शानदार गुम्बज चढ़ाया था, जो ६८१ पता न लगा। फिर तारीक कई जगह विजय बरते १.को पूरा पा । ३८२ ई.को सेवास्तके पास मेसो- य पागे बढ., परन्तु पपनी हालत नाजुक देख पोटामिया पौर परमेनियाकै मेरवान जो खसीकाका मुसासे मदद मांगी थी। ७१२ ई.पपरल मोमेमो भाई था २य जुस्तनोयौ यूनानी फौजको शिकस्त दो वह १८०.० पादमियों के माथ जहाज पर ब ठ स्यनमें थी। ई•को प्रबदुस मलिकने एक बहुत बड़ो जा उतरे और टैममेमसे थोड़ी दूर पर जो लड़ाई . फौज पफरीका भेजो। उसने करशन अधिकार किया, स्पेनके राजाहार पोर मारे गये। मूसान फिर सोसेदो काजि तक समुद्रतटको उजाड़ा पोर यूनानियों का जा जीता और धूमधामसे गजधानीमें प्रवेश किया। सारी किसेबन्दियों से निकाल भगाया था। फिर फौज उन्होंने घोषणा को कि उस प्रायोहोके एक मात्र बखरों पर चढी, जिन्होंने उसे ऐसा मारा कि बारबार राजा दामासकसके खलीफा थे । इसा वर्ष मूसाने पोछे सौटना पड़ा। ५ वर्ष पीछे फिर इसी फोजने मुसलमानो सिके भो ढाले, जिस पर लेटिन भावाचा Vol. VI.9