पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष षष्ठ भाग.djvu/७५

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PM खेल-खेलाल यह जिला तीन तहसीलों और १७ परगनाओम शतरज, गबडा, सुरवग्ग आदि बहुतमे मनबहलाका विभक्ता है। प्रथम, लखीमपुर तहसीलके अधीन खेरी, बोध होता है। २ काम, बात । ३ खिलबाड., हमा श्रीनगर, भूर, पाइला और कुकरामैलानी परगना है। काम। ४ अभिनय, स्वांग, तमागा। ५ अलौकिकता, दूसरी निधासन तहमोलके अधीन फोरोजाबाद, धोराडा, निरालापन, अद्भुत लीला । ६ कोई क्षुद्र सरोवर । रकमें निधासन, खैरीगढ़ और पलिया परगना, तोमरी, मूह- पशु जल पीते हैं। म्मदी तहसील के अधीन मुहम्मदी, परगवान, औरगावाद, खेलन ( म० ली.) खेल-न्य ट ।। १ क्रीडा, खेल, मन काष्ठा, हैदराबाद, वग्दापुर और अतवा पिपरिया परगना बहलावा। २ खेलनको चोज, जिम खेला जाये। हैं। यह जिला डिपुटी कमिश्ररके शासनाधीन है, जैसे-गंद, बन्ना, गोट, ताप आदि। यह अकबरके ममयमें बहुत जमीन्दारीक अधिकारमें खेलना (हिं० क्रि० ) १ मन बहलाना, खेल करना। था। मुहम्मदी के राजाने अकबर बादशाहमे पांच ग्राम २ देवी पाना, भूत चढ़ना । इमम मनुष्य अपने और ३०० वीघा जमीन प्राप्त की थी। एक समय वे पैर और मर हिलाने लगता है। ३ घूमना फिरन्छ । समस्त जिल्लाके अधिकारी थे । वर्तमान समयमें जाङ्गरी, ४ अभिनय दिखाना खाँग बनाना, तमाशा करना। रैकवार, सूर्यवश, जन्वाके राजपूत मिख, और मैयद इसका प्रेरणार्थक रूप 'खे नवाना' है । यहांके जमींदार है। यहां विद्या नय, थाना, अम्यतान खेलना ( मं० स्त्रो० ) खेलत्यत्र, खेल आधार ल्य र तला और औषधालय डोप । शारिफलक, मोहरा, गोट । २ उक्त जिलाके अन्तर्गत एक नगर । यह अक्षा० २७ खेलवाड़ ( हिं• पु० ) १ हेमो दिल्लगी, खेलकूद, म ५४ उ० और देशा० ८०४८ पृ० पर अवस्थित है। बहलाव। २ खेलकूद करनेवाला, दिल्लगीबाज । यहांकी लोकसंख्या ६२२३ है। यहां १४ हिन्दमन्दिर, खला ( म० स्त्री. ) खेल-म-टाप् । स्वनामख्यात प. १२ मजिद और तीन इमामवाडा. हैं। इम शहरमें | एक झाड़ी। यह मधुर, ठगड़ी, दूध बढ़ानवाली और एक विद्यालय भी है । १५६३ ई०को मरे मैयद खुदका | रुचिकर होती है। ( राजनिघद । खलाई (हिं. स्त्री.) कीड़न, खेन । मकबरा देखनेको चीज है। खेलाडी ( हिं० वि० ) १ खेलेया, खलनेवाला। खेल ( सं त्रि०) खेलति, खेल-अच् । १ अति सुन्दर | २ दिल्लगीबाज, हंमैया। . ( पु. )३ क्रीडा करनेवाग्र भावमे गमन करनेवाला, जो बहुत अच्छी तरह चलता व्यक्ति। ४ पात्र, अभिनेता, तमाशा. देखानवाला । हो। (पु.)२ वेदप्रमिड कोई राजा। अगस्ता इनके ५ परमेश्वर, दुनियाको बनान-बिगाड़नेवाला । पुरोहित रहे। इनकी पत्नी 'विशपाला' कहलाती थीं। खलात-बलचस्तानका देशी राज्य। यह अक्षा० २५. किसी समय खेल-राजासे शत्र पक्षीय घोररूपाम लड़ १ तथा ३०° ८ उ० और देशां० ६१. ३७ एवं ६६. पड़े । इमी युद्ध में राजपत्री विशपलाके दोनो पैर कटे थे। २२ पू०के बीच पड़ता है। इसका पूरा क्षेत्रफल पुरोहित अगस्ताने अश्विनीकुमारहयको उमक प्रती- ७१५८३ वर्गमील है। इसके उत्तर ईरान, पूर्व बोलान कारका अनुरोध किया, उन्होंने रात्रि को जा करके लोहे- गिरिसङ्गट, मरी तथा बुगाती पर्वत एवं मिन्ध, उत्तर के दूसरे दो पैरोंको विशपलाके टूटे पैरोंकी जगह लगा छागई और केटा-पिशोन जिले और दक्षिणको लमबल दिया। ( १९८०१५) तथा अरब सागर है। यह देश बहुत पहाड़ी है। खेल (हि. पु. ) १ केलि, कोड़ा, मन बहलाव, उछल नदियां प्रायः दक्षिणको बहती हैं। समुद्रतट १५. कूद, चलफिर, दोड. धूप। इसीसे आंखमिचौली, छुई मील विस्त त और पसनी बन्दर प्रधान है। गुवादरवी छुप्रोवर, लब्बोलोय, अंधेरियाउजेरिया, लुकी लुकीपर, चारों ओर मस्कटके सुलतानका अधिकार है। कबडडी, अटई डण्डा, गेंडी गेंद, गोली, गुठिया, ताय उत्तरके उद्भिद दक्षिणमे विभिन। जलबायको ___Vol VI. 19