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पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष सप्तदश भाग.djvu/२०२

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पापान प्रचारित पालिका बनाया हुमा योगनार पड़गे। येप मातभार विदेशियोको पोरदार 'उन. सन योगका उप हो माया । गुमार हो कर मग तिमी HTraire: गोगामार गा योगाचार्य, मामा. प. गागान-गामा घो। माघ माए मीतानिया, परमार उन्नय फर गर हैं। उन्होंने अपने जीवन अनि मम अनुशानका मो मगनी I will Tre भयोध्या यार मगध पिनाया था। राजधानी रा. कामको निवारण करणे हि मास कम गृमें रमको मुत्यु हुं। उन्होंने एक योगमार लिमा पार करनेको सोला। गानों को माग ६। चोरियामा युएन युगाफे मत ममने हो) सागः । महायागय मध्य तन्त्रमा प्रकार रिया। ___ मालोरमा मारा माना जा Sr. RATI उन गार ना यात्रु घान्यायमा सहमद ! कायु, कार, कार्षि, भागिर, मो ,' नाक कामोरयामी होगमा निस्ट प पाय, नालन्दा प्रति Furnit महायान याद ये शामोरे पोध्या माय यार. पर सास्ति नमा प्रतिशित हुई धो सका प्रमान जिला पादों यन गर। पहले तो उन्होंने अपने माईक वगाये। बालसहाराम भरमोद रहा। समान पोगमात्रको सो निन्दा की पर पीछे से महापाम- रामपंप, शिलादित्य महापान मा mitr मतका मालम्पन कर गालन्दा महफे भागाप हो गये। नया होमपाक गोर विरोष प y s पुछ दिन पहों ने गाद उन्होंने प्रदापाया, नेपाल से माना जाता है. उनकी पिकास यारो मनानरमे अयोध्या) मा कर देहरसा की। उनका अमि. fiiii धर्म फोर योगवनका एक प्रधान है। इसका उमो समय सान्यहाँ पुगा धमा आलापा पानसे मपयोंकी रोका लिय गहै। कर्णानुपामार कारमा माग भरा भार वसुमधुके याद तिमाग, गुणपभ, सिर! ममपसे ही पिको पार और प्रगिता : मति, मालास, युवदास, धर्मपाल, नीलगा, जयमंग को मलित गोदाम inreen sini सगीमिन, चन्द्रोति, गुणमति, पमुगिर, पौमिल किया गम भागही 4ms airit मण, गुरपालित, रमिगुप्त प्रति बसाया माम मापता हुमा। पाये जाते है। पे सय महापान-मसाप... ६४.०को तितमें जापान मा unge हारसाप थे। म पनि भांगात सधा रोकापौर उममें गौ सागिताका माना। ममात्रको पदो प्रादरकी यस्तु। . मासिनापूर्ण महापाम-TRain IRRITA मामा .दीशीर में गादविगतको उनिको परमिट दुमा रानमें गो पालो am