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महापटी-पापा
मदारीकोज वाटप रक्ष सचिरमोगिनं फुल कुरो , करनेमे ममी पाप मष्ट होते है। भमोरा
दोई फट् स्याहा" (मोमिनीतन्न)
. करपे, मयमोरे दिन पार करना होता है। म
महापटपला म० पु.) पृतौरपद। प्रस्तुत एमी तिपिम येवोरे उभासे पिगमानुसार पर
प्रणाली-बी ४ रामूलका कादा ४ मेर, भदरसफा' रानम पूजा करनी चाहिये। इस गमपर) मा मना
___ फल देनेवाली है। (fafarm)
गम : सर, पुमा ४ सेप प ४ मेर, दहीका पानी ४ सैर. .
, मदारण्या ( म० ० ) बहुत पेशी संपा। ...
कमी ४ सेर । म फेसिपे सवल लवण, पंचकोल,
महासभा ( सो) पर यहुन बहोगका मार
मैग्धय लयण, हयूप, पिटलपण, यमपानी, पपक्षार,
महासयितिकाफल (म. पी.) काम होने पाता
होंग, शारा, अभियुलपण, मंगोला धीर यमानी प्रत्येक :
संप-फल।
४ गोला। इम पृतका मन या कयल घृतक साथ महासंस्कारो ( 40) मायोको संसा
संया करना चाहिये। मिमि, ज्यर भीर प्रहणा मादि महासती (सरली.) सपरिया पतिमता की।
रोगों यह सारा कारों है।
• महासतोयुदती (स' मो०) वैदिक चोमेर, ए
(भैषज्यरत्नापर, प्रहपपभिकार) । एन्दका माम।
महादान्यास ( स०पु०) मुद्रामेद।
मक्षासतोमुरा (सरली. ) एनोविशेष, एक मारका
महारमा ( स० एली) महत्या महादेव्या भष्टमी, महनी छन्द ।
मगीति या! आश्विन मासको शुम्लामी। चान्द्र महामत्ता ( स० सी० ) यम्नुका पधार्य अस्तिस्य।
आधिन मास दी यह अमीदोगी। यह निशि भग महामत (सलो०) सोमयोग।
यती दुर्गादियोको अनिशय प्रिय है. इस कारण इसे दुगां ! महासत्व ( स० पु० ) १ मदावर या महायनि२ पुर.
एमी भी करते है।
दाकार जीप.करीपापोनिमार
का नाए । ४ गुल्येर । ५ मारपनि मिल
"भाने शुभताप मोर या अटमी तिमिः।
गुणगान्दी, जिमका भन्सारण उप हो।
महामीनि गा मोका देखा प्रीतिकरारा"
मदासस्य ( पु.) यमरा।
(गनिकापुराग्य ५६०) महामन । म पली) गिधामम ।
म महाएमा तिमि भगासी दुर्गाका रामद नगर महामधियिह (म0पु0) मानिस्थापा मोर गुम-
उपहार तथा मांसादि द्वारा पूजन करना चाहिये । इम: संपटनादिकाका प्रधान मम्मों।
विपि पूजा भार उपपाम दोनों ही करने होते हैं। महामन्त (म0पु0) महान् गिरायः मम्मो विमा
पालक एम और रोगीको जोहार भोर मर्वोको उप. पुक्षगरपान, पहा मनो दिमादेमंदागम्या :
यास करना उनिन। परन्तु आयाम विशेपना गट टागों। गुदर प्रति निकर, म
• २. किशो पुनपान पनि उन्हें इस भएमी निधिमे मामी म ) नि
।
निरम्य उपयास गरे काला नाहिं। बापी मयों मर (3) महगामी मागेनि।।
लिये निरम् पयाम बतलाया गया है। महारमोश पोधो मम्मोगोरो मारी। पायलमान,
करमे ममोपाय पिनर होकर या गंधार. । गेल्या मानी।
होता है। कहा मोt-
महामाहा (मो .) मदनी गामा गमहापा.
पिक का नामrani mir.
____ पोरन से मार,
- im, भोरगाहमा, पर, REE
मम पार ! () मागिपारिनोमोगानाTERN परकी गीदम भयम् विपणामोगमा पानी : गाना frre n Tr-agr, को भारी का सम्म राम्रो मान र सम्प माREIm