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पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष सप्तदश भाग.djvu/७५९

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पीरजुम्ला ६७५ १६५७ ६०में मोरजुम्ला पुत्र और 'सम्पत्ति के साथ | इनमें सर्वप्रधान थे। उन्होंने मुगल साम्राज्यके बहुत-से औरङ्गजेबसे जा मिले। धीरे धीरे औरङ्गजेबके साथ | स्थानों पर चढ़ाई कर अन्तमें कामरूप अधिकार कर मौरजुम्लाको अत्यन्त घनिष्ठता हो गई। दिल्लीको राज लिया। आसामके प्रधान राजा जयदेवसिंह इस समय सभामें उपस्थित हो कर मीरजुम्लाने सम्राट शाहजहांको | धंगालके अनेक स्थानोंको लूट कर ढाका तक चढ़ आये होरेका एक बड़ा टुकड़ा, सोलह हाथी और अन्यान्य बहु तथा बहुत-से अधिवासियोंको बन्दी कर ले गये। मूल्य उपढीकन अर्थात् पन्द्रह लाख रुपयेकी वस्तु भेंट दी। इस अत्याचारका प्रतिशोध लेनेके लिये मीरजुम्मा इसमें इन्हें सम्राटकी तरफसे "मुयाजिम खा" की उपाधि ढाकामें राजधानी स्थापन कर एक सेनादल इकट्ठा तथा छः हजार अश्वारोहीको अध्यक्षता मिली। इसके करने लगे। बहुत से जंगी जहाज, कमान और सिवा दीवानको उपाधि और पांच लाख रुपयेके दृश्यादि | अन्यान्य अस्त्र आदि संग्रह कर कोचविहार पर चढ़ाई भी इन्हें मिले । दादमें यजीर सादुख्लाको मृत्यु करने के लिये १६६१ ई०में उन्होंने सम्राट अनुमति होने पर शाहजहाने मीरजुम्लाको कार्यदक्षतासे संतुष्ट हो | | मांगी। अनुमति पाते ही उन्होंने जलपथमे ब्रह्मपुत्र उन्हें पजौर पद पर नियुक्त किया । राजकुमार | नदी पार कर युद्धयात्रा कर दी। नदीका दोनों किनारा 'दाराने इसमें बड़ी आपत्ति की थी, किन्तु औरङ्गजेवको दुर्भच बङ्गलमय था, इसलिये जङ्गल काट कर उन्हें सहायतासें मीरजुम्लाकी कुछ भी क्षति न हुई। । रास्ता बनाना पड़ा। ____जब दिल्ली सिंहासनको ले कर औरङ्गजेबके भाइयों- । भीमनारायण पहलेसे हो आक्रमणका संवाद पा कर के धीच विरोध खड़ा हुआ तब मीरजुम्लाने औरजेको आत्मरक्षामें लगे थे। किन्तु उन्होंने जो सब पथ रोक यथासाध्य मदद पहुंचाई थी। औरङ्गजेबने मीरजुम्लाको रखा था मीरजुम्ला उस हो कर नहीं गये। जिस ओर युद्धतत्परता देख उन्हें ही प्रधान सेनापति बना कर घना जंगल था, मीरजुम्लाने उसी ओर जंगल अपने भाई सुजाके विरुद्ध लड़ाई करने भेजा । मोर- | काटना शुरू किया। सेनाको उत्तेजित करनेके लिये ये अमला सुजाका पोछा करते हुए ढाका पहुंचे। यहां उनके अपनेसे ही कुठार ले कर धन काटने लगे। यह देख्न रहने के लिये पृथक मकान बनाया गया तथा यही पूर्व मुगलसेना भी घोड़ेसे उतर कर जंगल काटने लगी। बडालको राजधानी कायम हुई । इम प्रकार अतकितनावसे अकस्मात् मोरजुम्ला कृच. राजमहल में रहते समय मोर जुम्लाने गरेजोका सोरा. विहार पहुंचे । भीमनारायण दूसरा कोई उपाय न देख से लदा हुमा वाणिज्यपोत रोक कर पटनाके याणिज्य, जंगलसे घिरे पहाड़ीप्रदेशमें भाग गये। मोरजुम्लाने में बड़ी क्षति पहुंचाई थी । अङ्रेजोंने दुदिक्रममे कोचविहारको जीत और लूट कर उसका नाम "आलमगीर १६६० ई०में मीरजुम्लाके एक जंगी जहाज पर चढ़ाई कर | नगर" रखा और मैयद महम्मद मदकको उक्त प्रदेशका दी। इससे मीरजुम्ला पडे बिगडे और अङ्ग्रेजोंको शासनकर्ता नियुन क्रिया! नगरके सभी मन्दिर और बङ्गालसे निकाल भगानेका भय दिखलाया। जो हो. / देवमूर्ति तोड़ कर मौरजुम्लाने उस स्थानमें मसजिद मुचतुर भङ्गारेजोंने उस यात्रामें क्षमा मांग कर संधि बनानेको थामा दो। कर ली । मोरजुम्लाके आदेशानुसार हुगलीके फौजदारने जो कुछ हो, मीरजुम्लाने कोचविहारके अधिवासियों योपिक ३००० हजार ग० कर ले कर अक्षरेजोंको याणिज्य के प्रति किसी प्रकारका आत्याचार नहीं किया। राजा करनेको अनुमति दी। भीमनारायणकी मारी सम्पत्ति छोन गई थी। कून- . जय औरङ्गजेब सिंहासन पाने के लिये घरको लडाई- | विहारमें यहाँके अधिष्ठाता नारायणदेवका एक में उलझे ये तय सुयोग पा कर धंगालके जमींदार दिल्ली प्रकाण्ड मन्दिर था । मौरजुम्लाने धर्मान्ध हो स्वयं कर मेजना यंद.फर अपने अपने राज्यको बढ़ाने के मौका हाथमें कुठार ले कर नारायणदेवका विगट विग्रह तोड़ ह रहे थे। कोचविहारके राजा भीमनारायण हो। • दाला नया नव मुसलमानोंको मन्दिर की छत पर चढ़