पृष्ठ:२१ बनाम ३०.djvu/१००

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। श्रादमियों को मेता कैसे बन सकता है जिनके साथ उठने बैठने खाने पोमे तक फी यह हिम्मत नहीं दिखा सकता। लेबर पार्टीके लाडर मि०शायरमार्जने लिखा है कि मजदुर सरकार को मर्म नीति का हा यह परिणाम है कि भारतवासी इतने उदम हो गये हैं सरकार का चाहिये कि नर्मी छोड दे और भारतवासियों को बतलाये कि कानून मंग कभी बरदाश्त न किया जायगा। लाई बर्कनर ने भो इसा प्रकार की गुर्राहट प्रकट का है । सायर जार्ज ने अपना धूसंता, और चालाकी से गत यूपप मैं अपने देश को बड़ी सेवा की थी। इस स उन्हें ख्याति । प्रतिष्ठा और पद भी खूब मिले। परन्तु ऐसे लोगों को प्रतिष्ठा । देर तक फायम नहीं रह सकता । आज तम्हें कोई भी पादमी उत्तर दायित्व पूर्ण व्यक्ति नहीं मामटा, महायुर के बाद इन्हों । मेरकालीम स्थिति से लाम उठा कर प्रमरोफम अवारों में | कुछ लेख लिखे थे। और उन से आप को असाधारण धनराशि प्राप्त हुई थी । इस के सरिये आप मे लिबरन पार्टी का एफ ट्रस्ट बना लिया है जिस क फर्ता घा भाप स्वयं है। तब से श्राप को लिबरल पार्टी का लोसर समझा जाता है। युस्कान में तत्कालीम युद मन्त्री मि० मास्फिय की जो परो पर्ने के गीति परक व्यक्ति थे-धकेल कर जिस तरह लायरजा युग में जिस येथें । उसे रस कठिम अवसर पर जनता में नहीं