पृष्ठ:२१ बनाम ३०.djvu/१०८

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

1 में शामिल होने के लिये मिन्न २ स्थानों स बहुत से सन्देश मिले हैं। हम में से कई तो ऐसे हैं जिन को मुझे उम्मीद कम थी। अभी मैं इतना ही कह सकता हूँ कि मुझे भविप्य में पूर्ण सफलता की भाशा है माफ्टर विसेन्ट मे एसोसियटेड प्रेस से बातचीत में कहा कि सब से पहले यह आवश्यक है कि देश के ये सब दल जो श्रीपनिवेशिक स्वराज्य में विश्वास रसत है एक स्थान पर एकत्र होइन दलों को यह सम्मेलन स्वराग्य का समविदा बनाने के लिये एक कमिटी नियत करे इस सम्मेलन की ओर से कुछ लोग नियत किये जायें जो इस स्वराज्य स्कीम के पक्ष में प्रम- पारों में लेख लिने, इस स्वगज्य स्कीम के बारे में परचे जनता में मुफ्त बांटे जाएं। दूसरे देशों को औपनिवेशिक स्वराज्य से क्या लाम हुआ है और भारत मा इस से क्या लाभ उठा सकता है इस विषय की छोटी २ पुस्तके थोड़े दामों में बेचा जाये। यह सर्यदल सम्मेलन फरवरी में हो जामा चाहिये। यह सम्मेलन रिक स्थानों के चुनाव के लिये चुनाव बोट बनावे । मोर इस के उम्मेदवारों को आर्थिक सहायता दो जाये। इस सववस सम्मेलन की योजना के लिये भारतीय जूदार दल की ओर से कमेटी मियत हो चुकी है। देश के व्यापारी आज कल पिसापत के बड़े भारी दलाल हैं । ये देश के शत्रु हो साबित होंगे। विदेश से सहयोग हा