पृष्ठ:२१ बनाम ३०.djvu/११०

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(EE) सय ग्रिटिश मन्त्रिमण्डल मि० रामजेमेकडानम्स के हाथ में आ गया और मिनायिन में सदेस पलें प्रिंटिश सम्राट को मोहर दे दी। ब्रिटिश साम्राज्यवादी दले गिर गया और लिबरल दल बीच में लटफ कर मि० लापर जार्ज की फूटमीति पर गर्व फरता पहा। मि० एमजेमेफरनगर में उस सोनों दलों को हरा कर मन्त्रिमयटम पर कम्मा तो फेर लिया, पर यह मोट करने के लायक वात'यो कि यदि "टोरी" दल और "लिवरले" दल कहीं मिल गये तो मभर दल को हार मानी पड़ेगी। इस समय किसी एक दल के मुकापले में मसूर दन र्को कामत भले हो हो, पर उसको हार को प्रशंका तो धनी ही रही है। हातमा हम अवश्य ही कहेंगे कि वर्तमान ग्रिटिश प्रधान मन्त्री ने बड़ी ही मुस्तैदो और युग्मित्ता से मन्त्रिमऐटल बमाया। ब्रिटेन की मास समस्या को लेकर बालेर के प्रायः समो दल एक हैं, आपस में मिलकर इस आशय का समझौता दिया था कि सब कुछ हो पर भारत की पर्धा म उठायो आय । इससे यह निष्कप मिकता है कि घरेलू सम- स्या को हल करने के लिये प्रधान मन्त्री साह मे जिन सजनों को पदाधिकारी बनाया था पेपटी ही सुगमता से प्रपमा काम करेंगे। कठिनाघिीषन मारत सचिषक पदे नियुक्ति करने की पास पर, मि राम मकानवर ने इस पद पर कैप्टेन 'येवुड को किलयपुर मही) नियुक्त कर