पृष्ठ:२१ बनाम ३०.djvu/१११

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1 (१००) श्रान्दोलन करने वालों का मुह एक दम बन्द कर दिया। इतना तो अवश्य तय था कि इस पद पर मापके ही दल का कोई व्यक्ति नियुक्त किया जायगा, क्योंकि किसी अन्य दल के सदस्य को इस पद पर नियुक्त करमा झमेले में पड़ना था। इस पर पर लिन सदस्यों का नियुक्त करने का अटकल लगाया था साट ओलिवर लाई' चैम्सफोर्ड, मि० हार्टान, सर मेनार्ड एवम् मि० बाम्सटन थे। पर इन सरशनों के बारे में जिन्हें कुछ भी बात है मि० रामजे मेकटानबष्ट की सिमता को प्रशंसा किये बिना नहीं रह सकते। लामोलियर भूत पूर्व भारत सचिव ये आपमे भारत के लिये क्या किया एवं आपके कार्यों से मारत कहाँ सक प्रसन्न है स्वसः रुपए है। मा चैम्सफोर्ड के विषय में कुछ कहने को आवश्यकता ही महीं है। भारत के पाप भूतपूर्व वायसराय घे आपके ही शासन काल में भारस को भाग्यवश अथवा अमाग्यवश "मारत सुधार" मिला था और "पञ्जाव मार्शल ला" का मजा बनना पड़ा था। प्रधान मन्त्री ने सोचा कि भापको माप्त मन्त्री बनाना भारत में भाषी शासन सुधार को "माएटर्फई सुधार" की ही कसौटी पर कसना है। साइमन कमीशम की रिपोर्ट विलायत में पेश दी। इस पर वाइसराय साहब के पहुंचने पर महत्पूर्ण विचार होने की सम्भावना थी विलायत के कई समाचार पत्रों की राय में भारत को