पृष्ठ:२१ बनाम ३०.djvu/११२

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( १०१) श्रोपनिषेशिकस्वायत्तशासन देना ठीकहात होता था हिन्द' पत्र के लन्दन स्थित संवाददाता ने भी इसी प्रागाय का विचार प्रक्ट किया था। पेसो स्थिति में यदि लाई चेम्सफोर्ड मारस सचिव बमाये गये होते तो कहां तक पचित होता मि० हार्टशार्म साइमन कमीशन के एक मेम्बर । मतपणानफेवारे में अधिक कहने की भावश्यकता ही नहीं । मि० मेनाइरियम सिविल सर्विस में प चुके थे। भारत सचिव के पद पर रम्हें बैठागा पुराने विचारों को पुहरामा था। पुरानी बोनस में नई शराब नहीं रमी मा सफतो। मि० जाम्सटम उस पद पर मियुक किये जा सकते थे, पर इनके लिये प्रधान मन्त्री दूसरा दी कार्य देना तय कर लिया था। प्रतएप पाीमेंट के एक अनुभवी मेम्बर कैप्टन विलियम येगपुर को ही प्राप मे मारत सचिव बनाया। इस ममय इलैंड के सामने बड़ी हो विकट रामनीतिक समस्या है भारत और इजर में सद्- मार स्थापित किये बिना कल्याण नहीं है। इस समस्या को ये भारत मात्री कहाँ तक हल कर सकेंगे समय ही बतायेगा। बंगविच्छेद के समय भारत में घोर राजनीतिक प्रशाग्नि फैली हुई थी मि० रामजे मेकरामरर भारत का तत्कालीन परिस्थितिका प्राध्ययम फरमे के लिये भारत पाये थे। गारह में कर सम्दों में यहां केसगो गण्यमाम्य म्पक्तियों का परिचय माप्त किया और मिन्न २ समस्याओं को म्यान पूर्वक लयम