पृष्ठ:२१ बनाम ३०.djvu/११४

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$ ( १०३ ) निर्वासन परदे देवी है उन्हें यह भी मही बतलाती, कि उन्हो मे श्रमुक अपराध किया है। उसका अत्याचार यहाँ तफ पड़ गया है। शासन का फिगल पर्ची ने तो उनका विरोप रुप से ध्याम श्राफर किया क्योंकि ये सुद ही निधन मजदूरों के प्रतिनिधि प्रापमे लिखा है कि कोरमी व्यक्ति जो भारत देन खुफा है, और भारत सरकार की लती को जामता है, इस यात को त्रिकाल में अस्वीकार नहीं कर सकता है फि शासन में फिज़ल खी नहीं योरोपियों के लिये भ्रम प्यर्य स्खल किया जाता है। शिमला उटकमंड भादि पहाडी स्टेशनों में फिसल जी पार जाती है। सरकारी अफसरों के मियासस्थानों के लिये जो व्यय होता है उस में फिजूल सी है। सेंट्रल सर्या प्रान्तीय सरकारों के पमट के एस्टिमेट में जनता को और मांगों के माय कितना थोड़ा म्यय किया जाता है और उनक हितों पर किस प्रकार कुठाराघात किया "आता है, इस सम्बन्ध में भारत मन्त्री में लिखा कि भारत की मिदनी का बात पहा मार्ग साम्राज्य के काम में पर्स होता है और उसका गहुँत थोड़ा भाग भारतीय काम के लिये व्यय होता है। आगे खसफर आपने लिप्सा है कि सेना पर भारत . 1