पृष्ठ:२१ बनाम ३०.djvu/१५७

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3 ( १४६ ) था, सव अमेरीका में सातवर्ष का युद्ध चल रहा था और नेपोलियन से जब इग्लैन्ह प्रस्त हो रहा था तब लाई खजला ने बहुत सी भूमि अग्रेजी राज्य में मिनाई यो उस समय किसी मारो युस के योग्य हम सेना साँग्रह का दावा नहीं कर सकते थे। पोरोप के युद्ध में हम बेहे ही से प्राय लडते । और स्थल युद्ध की प्रायश्यक्ता होने पर किसी सैनिक मित्र राज्य को रकम देकर उसकी मदद लेते थे। कभी एशिया से कभा श्रास्ट्रिया से। 1 "इवमा होने पर मी इम १० लाख घर्ग मील का लम्बा घोडा प्रदेश जोस तो गये, पर अब कि हम योरोप की लडाइयों में ऐसे फर्जदार होगये कि कमो अण न चुका सके वहाँ मारतोय लड़ाइयों ने हमारे ऊपर व्यय भार विस्कुल नहीं डाला । सष यह धारणा कि इग्लेन्ट ने सैनिक शक्ति से भारत पर विजय की-गलत है। यदि इम्वोन्ह मे महान मुगल साम्राज्य को उसी तरह नष्ट करने का वीटा उठाया होता जैसे रोम मे यूराप को-तो उसे पूर्ण रूप से सैनिक राज्य धनान पड़ता । पर सयो धात ठो यह है फिर ग्लम्स केवल उस गदी का उत्तरार धिकारो बना है जिस की स्थापना भारत में कुछ अग्रेजों ने की थी जो अराजकता के समय अधिकार जमा बैठे थे।" "अव यह प्रश्न है कि इग्लेन्ड यदि किसी तरह भारत 1 3