पृष्ठ:२१ बनाम ३०.djvu/१७३

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1 1 ( २६० ) पाठकों के कौतुफ के लये यहां सिायणी देना अनुचित महावा मजर को दो कारीगर को। वस्तु ४० पैसे के एक रुपये में कितना पैसे में कितना पैसे में कितन श्रमप्राता था अन्न मिलता अम मिलता स० /सेर एक सेर ४ १६ ४ ६ २४ १ मन सेर छ. गेहूँ जी ३ उत्तमचायला १० ६ माम्ली १ २५ मूग १ २८ उदं १ २६ मोठ ज्यार १६ W H I o N o OS NUO १० १६ C ० २ f धी तेल नमक O ६ ॥ १४ २६ ६ o २ १२ ३ C सुध पप रपये फा १ मन में अधिक प्राता था। क्या' पेमे रोज कमाने पाला मसूर अपनी सनत्रा में पेट भर र करपली दशा में पुलपपा म सकता था! यदि एक मादमी की रोजाना प्राप १ मेर पमा दाल पाप भर, टॉप पो, एकन, सौता भर ममापि सापनी ११ पेमेगे, प्रमेकी दाल, चाय