पृष्ठ:२१ बनाम ३०.djvu/२५२

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पावा प्राधार पर या जिस का पृथ्वी पर कोई बदता पा मीनही तुम्हारे डाक्टरोंका फीस कमाने का धंधा बन गया है। -- मैशिनराकर कापणामों के सम्बन्ध में मो तुम्हारीटींग २४४) समझने हो बास्तष में पाप को महै। छोटी श्रेणी के गरीब जिम के लिये तुमने उन्हें मोला है । उनके स्वास्थ्य और रोग को कितमी उपेक्षा और तिरस्कार से । म्यवस्था की जाती है । एक मनुष्य की जान के पीछे तुम्हारे । अस्पताल में जितना मर्च किया जाता है उतमे।से कई गुना ' अधिक गर्घ लोग अपने पालतू पशु के रोग दूर करने में कर । एते हैं । इस के सिषा कितने घृणिन मांस रस, किसने पशुओं का पिच, कितने अपवित्र पदार्थ तुम चुपचाप पाके में पिधारे माने माझे हिन्दु मरमारियोंफ कण्ठ में उतार देते हो ? कितनी का धर्म मए करके तुममे क्रिया कर्म मीति का मारा किया है। फिर सुमने सामके जरियेसे यहा काम सदा लिया है जो कोर लम्पट किसी ससी को बिगाड़ने के लिये किसी दूती से वा है । मुगल बादशाहों को पुसबाने वाले गफ्टर थे। अमीर कावुल को फसाने वाले राफ्टर थे। और मुश्शिदाबाद लिया के घर का सब दाल खोलकर बताने वाले साफ्टर थे। और आज हज़ा हिन्दू भी मयों को इसाईयत की ओर चले जाने वाले शफ्टरती है। वह पषित चिकित्सा धर्म ओ मारत में करुणा और 1