पृष्ठ:२१ बनाम ३०.djvu/२८९

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. ( २०६ इमारत खडो को जा सकेगी, इस का विचार करना चाहिय। हमारी संस्कृति में म्याय, परोपकार और पुण्य इन गुणों की सो विशेषता थी, उन्हीं गुणों की नींव पर एकता की इमारत रठाना सदगुणों का अधिष्ठान लेफरः फिर योरोपियन शास्त्र की सहायता से हम लोगों को हमारे उद्योग व्यवसाय और युद्ध की सामग्री वृद्धिंगत करना चाहिये । इस उद्योग व्यव साय और युद्ध के साधनों के साथ, पाश्चात्यों की प्रस्याम्य राष्ट्रों को हराने की वृप्ति का, हम लोगों को अनुकरण महीं करना चाहिये । पात्म रक्षा के जिसना ही हमें पनका अनुकरमा करना चाहिये। जापान ने सेना और सांस्कृति की द्रष्टि से पाश्चिमात्यों का बहुत कुछ अनुकरण क्यिा है । जापान को सेना प्रयवा गोसेमा की सिसि के लिये युरोप पर मिर्मर नहीं रहना पड़ता। इसी से जापाम पूरा २ स्वतंत्र है, ऐसा कहने में कोई बाधा नहीं। दुसरा एक ऐशिया का देश गत विश्वव्यापी महायुर में मम्पवर्ती ससा की ओर से शामिल हुआ था। वह देश हार गया । बाद में उसने युरोपियों को पदेर दिया और अब वह पूर्वतया स्वतंत्र हो गया है यह देश सुर्कस्थान है ! तुर्कस्थान और जापाम, यह दोनों देश, एक संरक्षक दिवाल को तौर र एशिया के दोनों ओर लड़े है। ईयन, अफगानिस्थान