पृष्ठ:२१ बनाम ३०.djvu/३१९

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३००। 3 "अधिक धन की जरूरत है। हवाई जहाजों के बड़े प्रस्थापित किये जा रहे है और सीमा पर युद्ध कौशल की दृष्टि से रेलघे सााने वाली जारही है । ज्यों ही ये सयारियां पण दुई समझी जायेंगी त्यों ही सोन हुए भारत की तोपों की गडगडाहट और हघार घेष्ठापी फटफटाहट से नींद पुलेगी। सरप्रास्टन चेम्ब- लेन ने युद्ध के विरुद्ध अमेरिका के प्रस्ताव का जो जमाघ मेजा है उस में हम युद्ध के नझार फ शष्टय मन सपते है। मर्वन एक माथ विद्रोह अफगानिस्तान में अमानुल्ला म्या, फारस में रिज़ा खा, ओर अरव में इनसउद के विरुद्ध एक साथ ही विद्रोह होमो कम स कम आश्चर्यजनम सो अवश्य है। क्या इन तीना में एक तरह क कायों का कोर एक पारण है। पहले तो हमें यह देचना चाहिये ताना विद्वाह पिस प्रकार एफ.से है । अफ गानिस्तान, फारस और अग्ध तni हो स्वतन्त्र शियाई मुसलिन राज्य है। तानों के शासकों का व्यक्तित्य और स्वतत्रा उल्लेखनीय है तोनों का सामाए प्रिटिश साम्राज्य के शो की या अंग्रेजों के भैरेट (पीपाले देशों की सीमाओं में मिली हुई है। तीमो हो मे अपने मामले, किसी प्रकार अंग्रेजों के नियत्रा में करने से खूब ददता पूर्वक इन्कार फररना है। अब २ एफ एफ करके हम वाफे सम्बन्ध में विचार करते हैं। पहले पानफगानिम्नान-यो ही लीजिये। , ,