पृष्ठ:२१ बनाम ३०.djvu/३३०

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

1 ५ 5 (३११ ) हमें इसके लिये गुप्त अनुसन्धान की अभरत नहीं है। हमें केवल अपमे वन से शत्रु के पक्ष का मुकाविना करना है। हमें यह देखना है कि शबुकी फौनसी चाल और चोट में गिरा सकती है और हम उसका क्या निराकरण कर सकते हैं और हम शत्रु को किस घाल से हरा सकते हैं। अव पलाबल का विधार ऐसा है। हम इस प्रकार हमला कर सकते हैं. १-उस की शिक्षा त्याग दें। २-उस को कौन्सिल श्रोर सम्मान स्याग । ३-उसे टेक्सम ४–उसके अन्याय-मूलक कानून म माने । ५-जिन व्यापारी से उसका स्वार्य है उसे नष्ट कर दे। ५-उसका भ्याय छोट दे । ७-पंचायत बनाये। --स्यदेशी वस्तु प्रहण करें। है-अपने जोवनों को ऐसा बनावे कि सरकारी सहायता को मुहताजो म वमी रहे। सरकार के पास इतने शन है- १-जेल, २-राजमैति स्त-पूर्ण कानून, -तलवार !