पृष्ठ:२१ बनाम ३०.djvu/५७

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(PY) मारी घस्तुए पाने की इच्छा है तो मारी जतरों में जाने से ही घे मिल सकता है। हमें जल्दी सफलता हो या देर से भारी उद्योग से हमें हमारे सिवा और कोई नहीं रोक सकता। ३ , हमारा खुला हुधा पड्यन्त्र । देश के मिन्न मिन्न मागों में पद्यन्त्र के मामले चल रहे हैं, घे सदा ही देखे जाते हैं । पर गुप्त षडयन्त्र का समय चला गया। अव अपने देश को विदेशी शासम से स्वतन्त्र करने के लिए हमारा फुला पस्यन्त्र है। भाईयो, पापको और हमारे देश के सभी पुरुषों और स्त्रियों को इसमें शामिल होने का मिमन्त्रगा दिया जाता है, लेकिन इसके इमाम में आपको कष्ट और मेज मोगमा पड़ेगा और मृत्यु भी हो सकती है । पर भापको यह सम्तोष भो होगा कि मापने पढ़े किन्तुसदा जवान भारत के लिये कुछ योग सा काम कर लिया और मामव जाति को उसको घतमाम गुलामी से खुर्शने में तनिक सहायता की है। यह बात बात शोघ समझ में आजायगी कि ५० जवाहर साल का यह मापण कांग्रेस के इतिहास में बिल्कुल नई चीज़ है। और यह देश को भये युग में प्रवेश कराता है यह बात गम्मोरता पूर्वक विचारनी चाहिये किस भाषण के गर्म में