पृष्ठ:२१ बनाम ३०.djvu/८

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सया फमेटियों के पर्वमाम कांग्रेस मेम्बरों को आदेश करता है कि प इस्तीफा दे"। "यह कांग्रेस देशवासियों से अपील करती है कि लोग मुस्तैदी के साथ कांग्रेस के रचनात्मक कार्य फ्रम को पूरा करें, और भारतीय फौप्रेस कमेटी को अधिकार देवी है कि जब वह उचित समझे तो किसी खास स्पाम में या और अगह सविनय अषणा का कार्य प्रम जारी करदे जिसमें कर न देना मी शामिन हा और उस में प्रावश्यक सावधानता का ध्यान रक्ले ।" प्रस्साप पर बोलते हुये महात्मा जी ने एक मर्मस्पर्शी अपोल पी-मापने कहा कि "मेरो प्रात्मा मौजवान है अगर आपके साथ चलना सम्मय हो सो मैं मलने को तैय्यार है, मेरो राय में इस समय जितमा वदना सम्मय है उतना पहने को व्यवस्था कार्यकारणो समति के प्रस्ताव में का गई है. अगर एक कदम मो इससे भागे पदियेगा तो सम्दफ में गिरियेगा। दुनिया की मार हम पर है, उसे यह कहने का मौका म दीजिये कि इस महस्य के दिन और इस प्रस्ताव के ऊपर मी हम एक न हो सके-मैंने आपके धैर्य को कठोर परीक्षा ली है मैं सिर्फ एक धात कहता ई जय सक में जिन्दा हूँ कुछ और सम्र कीजिये।" 1 1 1