पृष्ठ:२१ बनाम ३०.djvu/९५

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( 1 1 पंत्र को इस बात की बड़ी खुशी है कि लिवरल और मा संघटित होकर अव कुछ करेंगे।' मसूर दल का मुखपत्र "डेलीहेराल्ड" कहता है काँग्रेस का लक्ष्य 'अब स्वाधीनता हो गया इससे कोई परिवर्तन नहीं हुआ है, महात्मा गान्धो को चाहिये कि गवर्नमेंट के साथ सहयोग करे-"इम खेल नहीं खेलेंगे या कहने से काम नहीं चलेगा। मजूर गवर्नमेंट हिन्दुस्तान के स्वराज्य दिलाने के ही प्रयत में लगी हुई है, पर मजर-गवर्नमेंट की इस नीति के सम्बन्ध में ब्रिटेन के कुछ सार्वजनिक कार्य कर्ताओं ने जैसे उसेजक और निम्दाई भापण किये हैं उनसे इस प्रयत्न के सामने बड़ा हा कठिन समय उपस्थित हुआ है। 'डेखा हेरा" को खास तौर पर जाई रोदरमियर के प्रय वारों से शिकायत है मोवाइसराय को भलायुरा कह रहे हैं। यह वायसराय घरमपन्धियों के बीच में खड़े हैं जो यहाँ से हर जायें तो हिन्दुस्मान पारस्परिक युद्ध से तहसनहस हो जाया "जिपर्टी" का लन्दनस्थ स वादाता कहता है कि लाहौर काप्रेस की करवाई का स सार पर विलक्षण परिणाम हुआ है और हिन्दुस्तान के सम्बन्ध में यहां के समाचार पत्रों का दृष्टिकोण बदल गया है। अब यहाँ इस प्रश्न की चर्चा महीं है कि हिंदुस्तान स्वराज्य के योग्य है या स्वाधीनता के, बरिक पहचर्चा है कि कांग्रेस ने जो धमकी दी है उसे अमल मेशा