पृष्ठ:Hathras Case judgment.pdf/११८

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118 सी0बी0आई0 द्वारा चन्दपा स्थित मधूसुदन डेयरी पर कार्यरत कर्मचारियों एवं डेयरी प्रबन्धक से पूछताछ की थी और सभी ने यही बताया था कि घटना के दिन अभियुक्त रामू उक्त डेयरी पर काम करने पहुंचा था तथा काम किया था । हमने मधूसुदन डेयरी चन्दपा पर लगे हुये सी०सी०टी०सी० कैमरे की डी०बी०आर० भी कब्जे में ली थी तथा विवेचना के दौरान मधूसुदन डेयरी चन्दपा की उपस्थिति पंजिका को कब्जे में लिया था, जिसमें अभियुक्त रामू की उपस्थिति दर्ज थी । यह सही है कि सी०बी०आई० ने अपने आरोप पत्र में यह अंकित किया था कि जब पीडिता की माँ के कहने पर छोटू, सतेन्द्र को बुलाने जा रहा था तो रास्ते में घटनास्थल से 100 मीटर की दूरी पर लवकुश व लवकुश की माँ मुन्नी देवी घास काटते हुये मिले थे और छोटू ने उन्हें घटना के बारे में बताया था। यह सही है कि पीडिता के पिता ओम प्रकाश व भाई सन्दीप मृतका को सफदरजंग हास्पीटल दिल्ली में पीडिता को अपने रिश्तेदार रामवीर सिंह व संजीव के साथ छोड़कर स्वयं अपनी बहन के घर चले गये तथा रात को वहीं सोये थे तथा सुबह मृत्यु की सूचना मिलने पर आये । यह सही है कि पीडिता की मॉ रामा देवी तथा भाई सतेन्द्र कुमार ने पीडिता के साथ कोई घटना कारित करते हुये किसी अभियुक्त को नहीं देखा । यह सही है कि रामा देवी के पश्चात् घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचने वाला व्यक्ति छोटू उर्फ विकान्त था। यह भी सही है कि छोटू ने एम०आई०एम०बी० टीम के समक्ष तथा Psychological assesment टीम के समक्ष घटनास्थल पर पीडिता को माँ और भाई के बीच में कपड़ा पहनी अवस्था में खेत पर पड़ा होना बताया था । यह भी सही है कि Psychological assesment टीम ने पीडिता को रामा देवी द्वारा कपडे पहनाये जाने वाले कथन को अविश्वसनीय बताया है। मैंने जॉच के आधार पर यह बयान भी दिया है कि सतेन्द्र घास की गठरी लेकर लगभग 08:50 बजे अपने घर के लिये चला गया था और मैंने यह भी बयान दिया है कि छोटू उर्फ विक्रान्त, सतेन्द्र की मॉ के कहने पर 09:00 बजे से पूर्व सतेन्द्र के घर पर पहुंच गया था । यह सही है कि मृतका की मेडिको लीगल रिपोर्ट तथा एम0आई0एम0बी0 टीम द्वारा मृतका के शरीर पर मात्र एक चोट बतायी गयी है तथा एक ही अभियुक्त द्वारा चोट कारित किये जाने की सबसे ज्यादा सम्भावना बतायी गयी है। यह सही है कि अभियुक्त सन्दीप द्वारा दिनांक 07.10.2020 को जिला कारागार अलीगढ से पुलिस अधीक्षक हाथरस को प्रेषित पत्र डी-5 के रूप में मैंने अपनी विवेचना में सम्मिलित किया है। इस पत्र में सन्दीप ने पीडिता के साथ दोस्ती होना तथा फोन पर उससे बात करना बताया