पृष्ठ:Hathras Case judgment.pdf/११९

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48. 49. 119 है और यह भी बताया है कि मेरी व पीडिता की दोस्ती को लेकर उसकी माँ व भाई ने उसे मारा-पीटा भी था । यह सही है कि घटना के पश्चात घटना के दिन थाना परिसर व हास्पीटल परिसर में बनाये गये विडियों में पीडिता होश-हवाश में बात कर रही है लेकिन वह कराह रही है और रूक-रूक कर बोल रही है। यह भी सही है कि पीडिता के रेप सम्बन्धी आरोप, आन्तरिक परीक्षण एवं मृत्युपूर्व बयान एक ही दिन के हैं। यह भी सही है कि उसी दिन 09:30 बजे रात्रि में पीडिता को आई०सी०यू० में शिफ्ट किया गया। यह भी सही है कि पक्षों के मध्य आपसी मुकदमेबाजी के साक्ष्य विवेचना में आये हैं। यह भी सही है कि अभियुक्त सन्दीप और पीडिता के मध्य प्रेम सम्बन्धों के साक्ष्य भी विवेचना में आये हैं। यह भी सही है कि अभियुक्त सन्दीप व पीडिता के सम्बन्धों को लेकर घटना के पूर्व में भी पीडिता को उसके परिजनों द्वारा मारपीट किये जाने की साक्ष्य भी विवेचना में आयी है। यह भी सही है कि सूचना मिलने के बाद घटनास्थल पर सतेन्द्र अपने पूर्व पहने हुये कपडे बदलकर आया था। मैंने अभियोजन की ओर से सी०बी०आई० के विद्वान लोक अभियोजक श्री अनुराग मोदी एवं शिकायकर्ता की ओर से विद्वान अधिवक्तागण सीमा कुशवाहा व श्री महीपाल सिंह तथा अभियुक्तगण के विद्वान अधिवक्ता श्री मुन्ना सिंह पुण्डीर के तर्कों को विस्तार से सुना एवं पत्रावली का सम्यक परिशीलन किया। बहस के दौरान रिकार्ड पर उपलब्ध विडियोज को सी०बी०आई० के विद्वान लोक अभियोजक द्वारा लाये गये लैपटाप पर चलाकर देखा गया । अभियोजन की ओर से सी०बी०आई० के विद्वान लोक अभियोजक एवं शिकायतकर्ता के विद्वान अधिवक्तागण द्वारा यह तर्क प्रस्तुत किया गया है कि दिनांक 14.09.2020 की सुबह पीडिता अपने भाई सतेन्द्र व मॉ रामा देवी के साथ घास काटने के लिये खेत पर गयी थी, जहाँ से घास काटकर घास की गठरी डालने एवं पीडिता के लिये पानी लाने के लिये पीडिता का भाई सतेन्द्र घर गया था। पीडिता की मॉ रामा देवी घास काट रही थी तथा पीडिता घास इकट्ठा कर रही थी और पीडिता की मॉ घास काटते हुये आगे निकल गयी थी तभी अभियुक्तगण, पीडिता के गले में पडे दुपट्टे से पीडिता को खींचकर बाजरा के खेत में ले गये, जहाँ चारो अभियुक्तगण ने पीडिता के साथ बलात्कार किया तथा पीडिता के गले में पडे दुपट्टे से उसका गला घोंटकर जान से मारने का प्रयास किया, जिससे पीडिता बेहोश हो गयी। पीडिता के गले में आयी चोटों के कारण उसकी रीढ की सी - 6 हड्डी टूट गयी, जिससे पीडिता के शरीर का नीचला भाग निष्क्रिय हो गया। पीड़िता की माँ जब उसे ढूंढतें