पृष्ठ:Hathras Case judgment.pdf/१५१

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151 इन्टरनल रेफरल, जो ई.एन. टी. व एफ. एम.टी. को भी देखा था, जिसमें केवल पीडिता के गला घोंटने की शिकायत थी और आँखों के डाक्टर की जॉच आख्या रिपोर्ट में यह अंकित कि पीड़िता को गला घोंटने की शिकायत पर भर्ती कराया गया था, उस समय पीडिता होश में थी। मैंने, पीडिता की स्त्री रोग विशेषज्ञ की रिपोर्ट भी देखी थी। डा० भूमिका शर्मा की रिपोर्ट भी देखी थी । रिपोर्ट के अनुसार, प्राईवेट पार्ट पर कोई भी फ्रेश इंजरी नहीं थी, न ही कोई हील्ड इंजरी अंकित की है। सेक्सुअल असाल्ट फारेन्सिक एग्जामिनेशन रिपोर्ट दिनांकित 22.09.2020 में यह अंकित है कि "Patient did not gave any history of sexual assault at the time of admission to the Hospital. She told about incidence first time on 22.09.2020". यह सही है कि अगर यूरेथ्रा से पीडिता को घटना के दिन कैथाराईज किया जायेगा तो वेजाईना का बाहरी भाग साफ दिखायी देगा और अगर वहॉ फेश इंजरी होगी तो वह दिखायी देगी। यह सही है कि एम0आई0एम0बी0 की टीम ने यह निश्चित मत व्यक्त किया है कि सी - 6 की इंजरी सडन जर्क से आना सम्भव है तथा वह डायरेक्ट चोट से आना सम्भव नहीं है। यह भी सही है कि पीठ पर आये निशान खींचने से आना सम्भव । यह सही है कि सी - 6 के फैक्चर के पैराप्लेजिक होने के पश्चात भी पीडिता होश में रह सकती है, बेहोश नहीं होगी। यह सही है कि इंटरनल पार्टस के वेजाईना हाईमन भाग के टियर्स ( फटा होना) यदि पुराना तथा भरा हुआ है तो कम से कम दो सप्ताह पुराना होगा। इससे अधिक कितना भी पुराना हो सकता है। यह भी सही है कि पीडिता के शरीर पर आयी चोटों को मात्र एक व्यक्ति द्वारा ही पहुंचाये जाने की सम्भावना सबसे अधिक है। यह सही है कि गला घोंटने की स्थिति में सामान्यतः पीडिता की मृत्यु कुछ ही मिनटों में होना सम्भव है क्योंकि लगातार उसके श्वास नली एवं रक्त धमनियां अवरूद्ध हो जाती हैं। इस केस में इस पीडिता की मृत्यु गला घोंटने के कारण तुरन्त नहीं हुई है। मैंने मृतका की पी०एम०आर० रिपोर्ट देखा था । पत्रावली पर पी0एम0आर0 रिपोर्ट मौजूद है। पी0एम0आर0 रिपोर्ट में यह अंकित है कि “Injury to the cervical spine (neck) produced by indirect blunt trauma and its resultant sequelae. The ligature mark over the neck is consistent with attempted strangulation but did not contribute to death in this case. यह मत पी०एम०आर० करने वाले डाक्टरों का है। फारेन्सिक रिपोर्ट के अनुसार, पीडिता के सीज किये गये किसी भी आर्टिकल पर कोई वीर्य नहीं पाया गया। एम०आई०एम०बी० की टीम ने मृतका की मृत्यु के सम्बन्ध में यह निश्चित मत दिया है कि सामान्यत: स्ट्रैंगुलेशन के दौरान पीडिता की मृत्यु कुछ ही