पृष्ठ:Songs and Hymns in Hindi.pdf/४४

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M प्रभु यस खीष्ट । जो तुझे घायल किया और जो तुझे दिया सो मुझ पापिष्ठ को पाना था । प्रभु तेरा रोना और तेरा दुखित होना लेश तेरे घाओं का और क्रूस पर तेरा मरना और कवर में उतरना मैं मन में समरण करूंगा ॥ ६ हे प्रभु अपना मरन और मेरे प्राण का तरन गड़ा और अपने के द्वारा त मेरा कर निस्तारा और अंत में अपने पास उठा ॥ मन मेरे में दुःख 8, 7, 4s. देखा बारा ३५ पैंतीसवां गीत। १ ईसा वाप का पसन्दीद: में पड़ा मौत तक उस का दिल रंजीद: ग़ज़ब उस पर बड़ा है मेरी खातिर ऐ मसीह यह हुश्मा शा॥