पृष्ठ:Songs and Hymns in Hindi.pdf/४५

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प्रभु यस खोप्ट। 59 २ दुशमनों ने तुझे लिया ठट्ठों में उड़ाया था कोड़े मार बेइज्जत किया तू ने चुपके सहा था मुझ बदकार ने ऐ मसीह यह किया था । फिर सलोव पर ईज़ा याके सिर और हाथ और पाओं पुरदर्द तू मुसोबत सखत् उठाके हुना सचमुच दुःख का मर्द मेरे हाथ ने तुझे यही ईज़ा दो ॥ ४ तीसरे दिन फिर जी उठा बैठा बाय के दहिने हाथ बसीले महुलकुदम के रहता है अपनों के साथ मेरे लिये तू आसमान पर जिन्दः है ॥ ५ ऐ मसीहा मुंजो मेरे मेरा है नजात ब फज़ल तेरे मेरा प्यिारा है व तू कफार है खुदावन्द मैं हूं तेरा अबद तक।