पृष्ठ:Songs and Hymns in Hindi.pdf/४७

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

प्रभु यम खोष्ट। so २ सलोब पर खींचा हुआ था और उस पर होके मुया था ॥ पर फिर जो उठके तीसरे रोज़ वह मौत पर हुया है फ़ीरोज़ और हुआ कैद का करके हल वह मुरदों में से पहिला फल । ज्यों पहिले फल की ज़िन्दगी त्यों पूरी फसल पावेगी मसीह हयात यो कियामत है मसीही भी सलामत है ॥ 8 मात कहां तेरा डंक बता वरजख तू कहां जीतने का मसीह ने तोड़ा मौत का बन्द और मुझे करता फतहमन्द ॥ ३८ अठतीसवां गीत । C.M. १ ईसा नजातदिहिन्द, है मैं उस को मानता हूं जो मुया था सो जिन्दः है यह खब मैं जानता हूं