पृष्ठ:Songs and Hymns in Hindi.pdf/४८

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४० प्रभु यस खीष्ट। । २ वह मेरा है रफीक रहीम सरदार और उम्मैदगाह वह दुःख में मेरा है हकीम और ख़तरों में पनाह ॥ ३ वक्रोल वह हाके बाप के पास क्या मुझे भलेगा शफाअत उस की पाक आ ख़ास खुदा कबलेगा ॥ ४ रूहे कुदस का वह वहाता है कि मेरा हादी हा बंद के दिल वसाता है पाक रहनुमाई को ॥ ५ और जहां गया मेरा यार वां मैं भी जाऊंगा मकान जा हुआ है तैयार वां जगह पाऊंगा ॥ 8s. ३६ उन्तालीसवां गीत । १ धर्ममरज ईसा जोतिमय आज जाके हुन्या अब मिटी पाप की काली रात सदा का जीवन हुन्या प्रात ॥ है उदय