पृष्ठ:Songs and Hymns in Hindi.pdf/९५

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सच्चे खिष्टियान की आत्मिक गति । 69 २ दुनया के जंगल में अंधेरा है पर तू रहीम खुदा नर मेरा है खुश हा मैं चलंगा तुझ पास खुदावन्दा तुझ पास खुदा॥ ३ त मुझे साफ दिखला आसमानी राह तब होगी मेरी जान तेरी मदाह मैं जलदो जाऊंगा तुझ पास खुदावन्दा खुदा खुदाया अपने पास तुम पास ४ मुझे बुला दुनया का वियाबान तब छोडूंगा शादमान मैं आऊंगा तुझ पास खुदावन्दा तुझ पास खुदा ॥