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११२ :: तुलसी चौरा
 


है। भूख से अधिक यह सांस्कृतिक गरीबी खतरनाक है।

'हाँ, संस्कृति और आध्यात्म की गरीबी सचमुष में भयंकर हैं। एक देश को पतन के गर्त तक ले जाने वाला है.......।'

लौटते में वार्तालाप चल रहा था। बसंती में महसूस किया कि कमली एक हिंदू युवती की तरह रहना चाहती है। उस तरह दिखने और रहने की उसकी ललक को बसंती समझ गयी।

'हम लोग तो जन्म से हिंदू हैं। पर बाहर से आने वाले लोगों को हिंदू धर्म इतना आकर्षित करता है―यह सचमुच आश्चर्यजनक है।'

'तुम लोग सुधार और पुनर्जागरण के नाम पर एक पवित्र और पुरातन गंगा प्रवाह से निकल कर धूप सेंकना चाहते हो, पर हम लोग उस प्रवाह में डूबकर पवित्र होना चाहते हैं। हिंदू के रूप में जन्म लेने वाला पूर्ण हिंदू नहीं होता। जो हिंदुत्व को समझकर हिंदू की तरह रहना चाहता हो, वही पूर्ण हिन्दू है, हिंदू एक धर्म नहीं― जीवन की एक पद्धति है।'

'पर जो गंगा तक नहाने जाता है, वही तो भीगेगा।'

'गंगा, उत्तर में बहने वाली नदी ही नहीं बल्कि भारत में फैली हुई एक पावन भावना है। तुम्हारे यहाँ सांस्कृतिक एकता है। तुम्हारा इतिहास ही गवाह है कि देश के कई स्थानों में झीलों तालाबों में गंगा के जल को ही सबसे पहले लाया जाता है। हिमालय से लेकर कन्याकुमारी तक कोई भी हिंदू मरता है तो मुँह में गंगा जल ही डाला जाता है।'

बसंती अपने ही इतिहास को दूसरों के मुँह से सुनकर पुलकित हो उठी।

बम्बई जाने से पहले कई शामें कमली और बसंती ने साथ बिताई। जी भर कर बातें की।

उसके बम्बई जाने के दूसरे या तीसरे सप्ताह ही, श्रीमठ से एक