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अहिंसा और अन्तर्राष्ट्रीय मामले

[मद्रास के पास ताम्बरम् में होनेवाले अन्तर्राष्ट्रीय-पादरी सम्मेलन में भाग लेनेवाले कई प्रसिद्ध व्यक्ति वर्धा आये। उनमें से कुछ सम्मेलन से पहले गांधीजी से बातचीत्त करने का लाभ उठाने के उद्देश्य से से गाँव (सेवाग्राम) आये थे। उनमें अन्तर्राष्ट्रीय मिशनरी कौंसिल के मन्त्री रेवरेण्ड विलियम पैटन, अमेरिका के अग्रणी पादरी श्रीहदेदार रेवटेण्ड लेस्ली मांस और लंदन की देश-विदेशी बाइबल सोसाइटी वाले डा० स्मिथ के नाम उल्लेखनीय हैं।

जिन्हें इस बात की खास तौर से फिक्र थी उसे इन्होंने गांधीजी के सामने इस प्रकार पेश किया :

“आज सारी दुनिया के ऊपर छाई हुई अन्तराष्ट्रीय घटाएँ मानव-जाति को द्वेष और रक्त पात की भयानक होली में होम देने को तैयार हैं, उसमें से मानव जाति को किस तरह बचाया जाये? सभ्यता की आड़ में पशु-बल से काम लेने में अपनी असमर्थता की इतनी प्रतीति थी इससे पहले कभी न हुई होगी”